एक मरीज के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसकी शायद ही कोई कल्पना कर सकता था। जिन डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया वो ही उसकी जान के दुश्मन बन गए। डेंगू के मरीज को क्या पता था कि उसे प्लेटलेट की जगह मौसंबी का जूस चढ़ाया जा रहा है। इस लापरवाही के चलते उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से यह घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी सामने आया, जिसके बाद कड़ा एकशन लेते हुए अस्पताल को सील कर दिया गया। अधिकारियों की मानें तो मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोप है कि प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद उसकी तबियत खराब होने लगी और देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया।
परिजनों ने बताया कि मरीज को अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने कहा- प्लेटलेट्स चढ़ाना होगा। 9000 रुपये खर्च कर प्लेटलेट्स भी खरीदा, लेकिन इसकी जगह मरीज को जूस चढ़ा दिया गया। इस घटना के बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री पाठक ने ट्वीट कर लिखा-, ‘‘जनपद प्रयागराज में झलवा स्थित ग्लोबल अस्पताल द्वारा डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ा देने के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए आदेशों के क्रम में अस्पताल को तत्काल सील कर दिया गया है और प्लेट्लेट्स पैकेट को जांच के लिए भेजा गया है।’’
निजी अस्पताल के मालिक ने कहा- प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित था और वह उनके अस्पताल में भर्ती हुआ था। मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया। पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया।
अस्पताल के मालिक ने कहा- यदि अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है। उन्होंने कहा जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए। प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर लगा हुआ है।