कौन कहते हैं हमारी देश की बेटियां किसी से कम हैं? चाहे वो बिजनेस चलना हो या फिर देश की रक्षा करना। हाल में ही देश का सीना गर्व से चौड़ा करते हुए विंग कमांडर दीपिका मिश्रा भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी बन गईं।बता दें कि विंग कमांडर मिश्रा, एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं जो राजस्थान की रहने वाली हैं। उन्हें मध्य प्रदेश में बाढ़ राहत अभियान में बढ़-चढ़ के हिस्सा लिए, जिसके लिए उन्हें अदम्य साहस के कार्य सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया। IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने सुब्रतो पार्क में वायु सेना सभागार में आयोजित एक Investitute समारोह में कई अधिकारियों और वायु योद्धाओं को युद्ध सेवा पदक और अन्य पुरस्कार प्रदान किए।
अन्य अधिकारियों को भी मिला पुरस्कार
इस समारोह में कई कि इस समारोह में कुल 58 लोगों ने पुरस्कार प्राप्त किए, जिनमें भारतीय वायुसेना के 57 और सेना के एक कर्मी शामिल हैं। विंग कमांडर मिश्रा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह भारतीय वायु सेना के इतिहास में वीरता पुरस्कार पाने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि सेवा के प्रति समर्पण के लिए भारतीय वायुसेना की महिलाओं को पहले भी पुरस्कार मिल चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है जब वायुसेना की किसी महिला अधिकारी को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट करके दीपिका की तारीफ की।
अंधेरे में बाढ़ प्रभावित एरिया में पहुंचकर चलाया था रेस्क्यू ऑपरेशन
दीपिका मिश्रा को यह सम्मान उत्तरी मध्य प्रदेश में 2 अगस्त, 2021 को आकस्मिक बाढ़ के हालात में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 47 लोगों की जान बचाने के लिए दिया गया है। वायु सेना अधिकारियों के मुताबिक, दीपिका मिश्रा ने बिगड़ते मौसम, तेज हवाओं और सूर्यास्त होने पर अंधेरा होने के बावजूद इस ऑपरेशन को सफल बनाया। वे रात में ही प्रभावित इलाके में पहुंचने वाली पहली ऑफिसर थीं। उनके समय पर पहुंचने की वजह से मिली सटीक जानकारी के चलते 47 से ज्यादा लोगों की जान बचाने में सफलता मिली थी। यह अभियान 8 दिन तक चला था, जिसमें लो होवर पिकअप और विंचिंग जैसे खतरनाक ऑपरेशन शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि दीपिका की बहादुरी और साहसिक प्रयास ने न केवल प्राकृतिक आपदा में कीमती जानों को बचाया बल्कि बाढ़ प्रभावित इलाके में जनता का भी हौसला बढ़ाया।