कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर किसी को WHO द्वारा बताई गई हिदायतें फॉलो करने की सलाह दी जा रही है। मास्क पहनने व हाथों के अलावा दरवाजे के हैंडल जैसी चीजों का भी साफ करने की हिदायतें दी गई है।
इसके अलावा फोन को भी लगातार साफ करने की सलाह दी जा रही है क्योंकि इससे भी कोरोना वायरस का खतरा बढ़ जाता है।
मोबाइल को बैक्टीरिया फ्री करने की जरूरत क्यों?
मोबाइल फोन दिनभर में कई घंटों के लिए आपके हाथों में रहता है। कुछ लोग टॉयलेट जाते समय भी मोबाइल फोन साथ ले जाते हैं लेकिन इसपर कई तरह के कीटाणु होते हैं, जो आपके शरीर में जाकर आपको बीमार कर सकते हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि स्मार्टफोन पर टॉयलेट सीट के मुकाबले कई गुणा ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं। ऐसे में इस ट्रासफॉर्मेशन को रोकने के लिए मोबाइल फोन को बार-बार साफ करने की जरूरत है।
स्मार्टफोन पर 4 दिन तक रह सकता है कोरोना
WHO की स्टडी के मुताबिक, कोरोना ग्लास सर्फेस पर 96 घंटे यानी 4 दिन तक रह सकता था। अधिकतर स्मार्टफोन्स फ्रंट ग्लास पैनल के साथ आते हैं। ऐसे में कोरोना वायरस एक स्मार्टफोन पर 4 दिन तक रह सकता है। ना सिर्फ स्मार्टफोन यानी कोई भी गैजेट जो ग्लास सर्फेस वाला है, स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच, टैबलेट या लैपटॉप हो को भी साफ करना जरूरी है।
कैसे करें मोबाइल को साफ
डॉक्टर दीपक वर्मा ने फोन को कीटाणुरहित करने की विधि बताई वह कहते हैं कि "मोबाइल फोन को साफ करने के लिए अल्कोहल फ्री एंटी-वायरल वाइप्स का यूज करें। याद रखें कि सैनेंटाइजर में अल्कोहल होता है, जिससे फोन ब्लॉस्ट हो सकता है इसलिए इसका यूज ना करें।
गलत केमिकल से साफ करने पर आपका फोन खराब भी हो सकता है तो चलिए आज जानते हैं कि मोबाइल को साफ करने के दौरान कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
. स्मार्टफोन को साफ करने के लिए भूलकर भी ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल ना करें। इससे . फोन की डिस्प्ले खराब हो सकती है और बॉडी का कलर भी उड़ सकता है।
. माइक्रोफाइबर कपड़े को सॉफ्ट सोप (केमिकल फ्री) से लगाकर मोबाइल फोन को साफ करें। कभी भी साबुन को फोन की स्क्रीन पर न लगाएं।
. वॉटरप्रूफ फोन होने के बाद भी ध्यान रखे की फोन के किसी भी खुले हिस्से में पानी न लगे।
. अपने फोन को किसी क्लीनर में डुबोने की गलती बिल्कुल भी ना करें।
. टिशू पेपर का इस्तेमाल करने से बचें. ये फोन की स्क्रीन को नुकसान पहुंचा सकता है।