कोरोना वायरस की वैक्सीन को आने में अभी कुछ ओर टाइम लग सकता है इसलिए वैज्ञानिक दवाओं के जरिए मरीजों का इलाज कर रहे हैं। हालांकि कोरोना के इलाज के लिए डेक्सामेथासोन, फेपिराविर, रेमडेसिविर जैसी कई नई-नई दवाएं लॉन्च हो रही है। इसी बीच एक ओर नई खबर आई है कि अब कोरोना मरीजों का ट्रीटमेंट बिल्लियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा से किया जाएगा।
अब बिल्लियों की दवा से होगा कोरोना का इलाज
दरअसल, कनाडा के वैज्ञानिकों ने बिल्लियों की दवा GC376 से कोरोना का इलाज खोजा है। यह दवा बिल्लियों में इंफैक्शन को फैलने से रोकने के लिए इस्तेमाल की जाती है। शोध में दावा किया गया है कि यह दवा कोरोना के इलाज में कारगार साबित हो सकती है। यही नहीं, शोध कर्ताओं का कहना है कि इससे उन्हें नए चिकित्सकीय तरीकें ढूंढने में भी मदद मिल सकती है।
विषाणुओं को रोकने में कारगार है यह दवा
एलबर्टा यूनिवर्सिटी के बायोकेमेस्ट्री प्रोफेसर जोआन लेमिक्स के मुताबिक, इंसानों पर इस दवा के काम कर जाने का चांसेस काफी ज्यादा है। कोरोना के इलाज में भी यह वायरस रोधी साबित हो सकती है। यह दवा लैब में बनाए गए कोशिकाओं के विषाणुओं को रोकने में कारगार रही है इसलिए उन्हें इस दवा से काफी उम्मीदें है।
कैसे करती है काम?
यह दवा वायरस से संक्रमित कोशिकाओं के अंदर मौजूद Mpro एंजाइम प्रोटीन को तोड़ देती है, जिससे कोरोना वायरस का खात्मा हो जाएगा। इस दवा की मात्र एक खुराक लेने से ही फायदा होगा। बता दें कि ये अणु शरीर की कई क्रियाओं, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर और HIV तक कारण बन सकते हैं।
गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के चलते बाजार में कई दवाएं आई हैं। मगर फिर भी वैक्सीन ना होने के कारण खतरा लगातार जारी है इसलिए अपनी बचाव रखें।