मोदी जी द्वारा कोरोना से बचाव के लिए जनता कर्फ्यू मुहिम काफी सफल रही, लोगों ने पालन भी किया मगर मतलब यह नही कि आपने कोरोना से जंग जीत ली बल्कि यह तो एक शुरुआत है।
कई जगह पर देखा गया कि शाम 5 बजे के बाद लोग सड़कों गलियों पर उतर आए! कर्फ्यू चाहे हट गया, मगर इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना वायरस भी एक दिन में समाप्त हो गया। कर्फ्यू का मतलब सरकार द्वारा आने वाले दिनों के लिए जनता को तैयार करना है, ताकि घर पर रहकर आप खुद और बाकी लोगों को सुरक्षित रख सकें इसलिए आपकी असल जिम्मेदारी अब शुरू होती हैं,
-लॉकडाउन का पालन करें।
-सोशल डिस्टेंस यानि लोगों से बिलकुल दूरी बना लें।
-घर से ना निकलने,
-हाथों को लगातार धोएं।
-सफाई रखें।
सर्दी खांसी, जुकाम, बुखार,सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से फोन पर संपर्क करें, लोगों से दूरी बनाए रखें क्योंकि आपकी सतर्कता देश के कई लोगों की जान बचा सकती है।
याद रखें जनता कर्फ्यू सिर्फ आपको आने वाली स्थिति के लिए तैयार करना था, वायरस अभी भी मौजूद हैं, इसलिए कोरोना से लड़ने के लिए तैयार हो जाए ,खुद भी सुरक्षित रहे, दूसरे को भी रखे
याद रखे हमें स्टेज 3 में जाने से बचना है, हमें अपने देश को इटली और चीन बनने से रोकना हैं।
और वो तभी संभव है जब आप ....
.सबसे पहले व्हाट्सएप का झूठा ज्ञान फैलाना बन्द करेंगे।
.अफवाहें फैलाने से बचें।
.अपने आपको और परिवार को घर में सलामत रखें।
.कम से कम अगले 8- 10 दिन पूरी तरह घर में कैद हो जाएं।
.पड़ोसियों, रिश्तेदारों से फोन पर रिश्ते निभाएं।
अगर ये जिम्मेदारी निभा ली गई तो आपने अपने, अपने परिवार और अपने देश के प्रति अपना कर्तव्य निभा दिया।
तो अभी से कर लीजिए कोरोना से जंग की शुरूआत