
नारी डेस्क: उत्तराखंड में रविवार सुबह केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर आ रहे एक निजी कंपनी के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार पांच श्रद्धालुओं समेत सभी सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना में जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान की भी मृत्यु हो गई, जिन्हें आज अंतिम विदाई जा रही है। दुख तो यह है कि पायलट 4 महीने पहले ही जुड़वा बच्चों के पिता बने थे।
पायलट राजवीर सिंह की पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। वर्दी पहने हाथ में पति की तस्वीर लिए लेफ्टिनेंट कर्नल दीपिका चौहान जैसे ही पति की अंतिम यात्रा में शामि हुई वैसे ही लोगों की आंखें नम हो गई। अब उन्हें देश की जिम्मेदारी के साथ- साथ अकेले ही अपने बच्चों के लिए माता- पिता दोनों की जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी। उनके चेहरे पर पति को खोने का गम साफ नजर आ रहा था।
कर्नल दीपिका चौहान ने जिस बहादुरी से खुद को संभाला हुआ था वह काबीले तारीफ है। पायलट राजवीर सिंह चौहान 15 साल से अधिक समय तक भारतीय सेना में सेवारत रहे और उन्हें विभिन्न भूभागों में उड़ान मिशन का व्यापक अनुभव था। जयपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले चौहान (37) अक्टूबर 2024 से ‘आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड' के साथ पायलट के रूप में काम कर रहे थे।वह रविवार सुबह उत्तराखंड के गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए बेल 407 हेलीकॉप्टर के कैप्टन थे। इस दुर्घटना में उनके अलावा छह और लोगों की मौत हो गई।