24 DECWEDNESDAY2025 7:38:04 PM
Nari

ऐसा मंदिर जहां फूल-प्रसाद नहीं, भगवान को चिट्ठी लिखने से पूरी होती है इच्छा!

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 24 Dec, 2025 05:49 PM
ऐसा मंदिर जहां फूल-प्रसाद नहीं, भगवान को चिट्ठी लिखने से पूरी होती है इच्छा!

 नारी डेस्क: अगर आप अपनी किसी अधूरी मन्नत, मन की परेशानी या न्याय की उम्मीद लेकर भगवान के दरबार में जाना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के नैनीताल के पास स्थित चितई गोलू देवता मंदिर आपके लिए एक खास और भावनात्मक अनुभव बन सकता है। यह मंदिर पूरे देश में न्याय के देवता के रूप में प्रसिद्ध है।

गोलू देवता कौन हैं?

उत्तराखंड में गोलू देवता को न्याय के देवता माना जाता है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी समस्या या मन्नत लिखकर गोलू देवता को अर्पित करता है, उसकी सुनवाई जरूर होती है। स्थानीय लोगों का गहरा विश्वास है कि गोलू देवता गलत के खिलाफ न्याय दिलाते हैं और सच्चाई की रक्षा करते हैं।

चिट्ठी लिखने की अनोखी परंपरा

गोलू देवता मंदिर की सबसे खास बात यहां की चिट्ठी लिखने की परंपरा है। भक्त अपनी मन्नत, समस्या या न्याय की गुहार एक सादे कागज पर लिखकर मंदिर में चढ़ाते हैं। मंदिर परिसर में हजारों चिट्ठियां और घंटियां टंगी हुई दिखाई देती हैं, जो लोगों की आस्था और विश्वास को दर्शाती हैं। जब किसी भक्त की मन्नत पूरी हो जाती है, तो वह धन्यवाद स्वरूप मंदिर में घंटी चढ़ाता है। इसी वजह से यहां हर समय घंटियों की मधुर आवाज सुनाई देती है।

नैनीताल के पास स्थित है यह मंदिर

चितई गोलू देवता मंदिर नैनीताल से लगभग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घने देवदार के जंगल, पहाड़ी रास्ते और ठंडी हवा इस यात्रा को बेहद सुकूनभरा बना देते हैं। यह जगह न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से खास है, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और सोलो ट्रैवलर्स के लिए भी एक बेहतरीन अनुभव है।

PunjabKesari

मंदिर घूमने का सही समय

गोलू देवता मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच माना जाता है। इन महीनों में मौसम सुहावना रहता है और यात्रा आरामदायक होती है। सावन और नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, क्योंकि इन दिनों लोगों की आस्था और श्रद्धा और भी अधिक बढ़ जाती है।

कैसे पहुंचें गोलू देवता मंदिर?

रेल मार्ग: काठगोदाम रेलवे स्टेशन यहां का सबसे नजदीकी स्टेशन है।

सड़क मार्ग: नैनीताल से टैक्सी और लोकल बस आसानी से मिल जाती है।

हवाई मार्ग: पंतनगर एयरपोर्ट सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है।

हालांकि पहाड़ी रास्ते थोड़े घुमावदार हैं, लेकिन रास्ते भर दिखने वाले नजारे यात्रा को यादगार बना देते हैं।

PunjabKesari

क्यों जाएं चितई गोलू देवता मंदिर?

अगर आप मन की शांति, न्याय की उम्मीद और आध्यात्मिक सुकून चाहते हैं, तो चितई गोलू देवता मंदिर जरूर जाएं। यहां की अनोखी परंपरा और शांत वातावरण दिल और मन दोनों को सुकून देता है।   

 

Related News