हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा एकदम फिट एंड फाइन रहें। मगर कई बार हेल्दी डाइट लेने के बाद भी बच्चे बीमार रहते हैं। इसके पीछे का कारण उनकी डेली रूटीन में की जाने वाली कुछ गलत आदतें होती है। एक्सपर्ट अनुसार, सुबह जल्दी उठने से लेकर हाथ धोने तक ये छोटी-छोटी आदतें बच्चों को सेहतमंद रख सकती है। वहीं हर साल 14 नवंबर को Children Day यानि बच्चों को दिन मनाया जाता है। ऐसे में आप बच्चों को एकदम हेल्दी रखने के लिए इस बार Children Day पर उन्हें कुछ हेल्दी आदतें सिखा सकते हैं।
सुबह जल्दी उठने की आदत
बड़े ही नहीं बच्चों को भी सुबह जल्दी उठना चाहिए। आयुर्वेद अनुसार, सुबह जल्दी उठने से दिनभर फ्रेश और खुशनुमा महसूस होता है। इसके साथ ही तनाव कम होने में मदद मिलती है।
जमीन पर बैठकर खाना
बदलते दौर में लोग डाइनिंग टेबल पर भोजन करना पसंद करते हैं। मगर आयुर्वेद अनुसार, जमीन पर बैठकर खाना ज्यादा फायेदमंद होता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन और पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में आप अपने बच्चों को जमीन पर बैठकर भोजन करने की आदत डालें।
प्रार्थना करना सिखाएंगे जल
बच्चों को रोजाना प्रार्थना करना सिखाएं। इससे उनका मन और दिमाग शांत रहता है। इसके साथ ही इससे बच्चों में सीखने की शक्ति, पॉजिटीव थिकिंग और एकाग्रता में सुधार आता है। एक्सपर्ट अनुसार, इससे बच्चों का दिल और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से बचाव रहता है।
खाने के बीच में पानी पीना गलत
आमतौर पर बच्चों को खाने से बीच पानी पीने की आदत होती है। मगर यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है। इससे बच्चों को खाना पचाने में दिक्कत आ सकती है। ऐसे में उन्हें एसिडिटी, गैस आदि की समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आपके बच्चों को खाने के बीच पानी पीने की आदत हैं तो इसे रोकें।
सही समय पर भोजन करने की आदत डालें
बच्चों को बचपन से ही हर काम समय पर करना सिखाएं। इससे उनकी सेहत दुरुस्त रहेगी और वे समय के पाबंद बनेंगे। इसलिए आप रात 8 बजे बच्चों को भोजन खिलाएं।
खाने से पहले और बाद में हाथ धोना सिखाएं
हेल्दी रहने के लिए बच्चों को भोजन खाने से पहले व बाद में हाथ धोने की आदत डालें। इससे बच्चों का डायरिया, भोजन से जुड़े इंफेक्शन और हेपटाइटिस जैसी समस्याओं से बचाव रहेगा। इसके अलावा बच्चों को बाहर से आने पर भी हाथ-पैर दोनों की आदत डालें।
भोजन के बाद कुल्ला करने की आदत डालें
बच्चों ऐ भोजन करने के बाद कुल्ला करने की आदत डालें। अक्सर बच्चों को जमर्स की समस्या इसी कारण होती है। दरअसल भोजन के बाद खाना दांतों में फंस जाता है जिसके कारण मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसी वजह से बच्चों को कैविटी, मसूड़ों में दर्द व खून निकलना, सांस में बदबू आने की दिक्कत हो सकती है। ऐसे में इन सबसे बचने के लिए बच्चों को बचपन से ही भोजन के बाद कुल्ला करना सिखाएं।
समय पर सुलाएं
बच्चों को समय पर खाने के साथ सोने की भी आदत डालें। आयुर्वेद अनुसार, रात 8 बजे तक खाना खा लेना चाहिए। इससे बच्चों का मोटापे और पाचनतंत्र से जुड़ी समस्याओं से बचाव रहता है। इसके अलावा इससे बच्चों को अच्छी व गहरी नींद आने में भी मदद मिलती है। ऐसे में वे अगले दिन एकदम फ्रेश महसूस करते हैं।