बॉलीवुड की ऐसी बहुत सारी फेमस एक्ट्रेस हैं जिन्होंने फिल्मी दुनिया में तो अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीता ही है साथ ही वह महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी बनी और आगे महिला विकास व सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न संस्थानों व संगठनों से जुड़कर सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
मिजवां महिलाओं को दी दुनियाभर में पहचान
बॉलीवुड अभिनेत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद रह चुकी शबाना आजमी मिजवां वेलफेयर सोसाइटी नामक एनजीओ चलाती हैं। इस संस्था के संस्थापक उनके पिता कैफी आजमी थे। कोरोना काल में मिजवां सोसाइटी को कोविड-19 के दौरान किए गए साहसिक कार्यों के लिए महात्मा अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। वहीं आदित्य बिरला समूह ने शबाना आजमी को लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा।
शबाना आजमी उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में स्थित अपने पैतृक गांव मेजवां महिलाओं एवं लड़कियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिजवां वेलफेयर सोसाइटी चला रही है। लड़कियों की पढ़ाई लिखाई के लिए कैफी गर्ल्स विद्यालय, सिलाई-कढ़ाई केन्द्र स्थापित किए। जिस छोटे से गांव मेजवां को कभी कोई नहीं जानता था लेकिन आज विदेशों में भी इस सोसाइटी की बदौलत उन्हें अलग पहचान मिली है।
शबाना लंबे समय से एड्स से जूझ रहे बच्चों के लिए भी कार्य कर रही हैं। उनके सराहनीय कार्यों के लिए इंटरनेशल अवार्ड फॉर पीस, 5 बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार, 4 बार फिल्मफेयर अवार्ड, पद्मश्री सम्मान व जोधपुर विश्वविद्यालय और लीड्स विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है।
प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपने एक्टिंग करियर के दम पर खास पहचान बनाई। वह सामाजिक मुद्दे, महिला सशक्तिकरण पर भी अपनी राय व आवाज उठाती रही हैं। जैंडर इक्वेलिटी, लड़कियों की स्थिति में सुधार के लिए जागरुकता लाने के लिए वह भारत की कई एनजीओ के साथ जुड़ी है।
2010 में उन्हें यूनिसेफ का गुडविल एंबेस्डर बनाया गया। यूनिसेफ के प्रमुख अभियानों में से एक प्रियंका "दीपशिखा" कैंपेन से जुड़ी रही। "दीपशिखा" अभियान ने महाराष्ट्र राज्य की 65,000 लड़कियों और युवतियों को वित्तीय शिक्षा और नेतृत्व प्रशिक्षण के माध्यम से आत्म-विश्वास पैदा करने में मदद की है।
प्रियंका लड़कियों के लिए "प्रियंका चोपड़ा फाउंडेशन फॉर हेल्थ एंड एजुकेशन" संगठन भी चला रही है ताकि बच्चियों को शिक्षा व सेहत संबंधी सुविधाओं के जरिए अच्छा भविष्य मिल सकें। उनकी ऑर्गनाइजेशन बीमार बच्चियों को मेडिकल सर्विस देने का कार्य करती है। प्रियंका को सामाजिक न्याय के लिए मदर टेरेसा मेमोरियल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। वह संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक “Girl Up” अभियान का भी हिस्सा रही हैं।
दीया मिर्जा
दीया मिर्जा भी सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती रही हैं। उन्होंने पेटा, CRY (Child Rights and You) के जरिए जागरूकता अभियान चलाया। वह गरीब और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए पेटा, सीआरवाई और कैंसर पेशेंट्स एड एसोसिएशन के रूप में विभिन्न संगठनों के लिए फंड भी देती हैं। महिला सशक्तिकरण के साथ वह कुपोषण, शिक्षा, लिंग समानता और बाल तस्करी के खिलाफ व कन्या भ्रूण हत्या, एचआईवी की रोकथाम, कैंसर रोगियों की मदद भी कई अभियानों से जुड़ी हुई हैं। वन्यजीव संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स में भी वह जुड़ी हैं। पर्यावरण के प्रति उनके योगदान के लिए उन्हें IIFA 2012 ग्रीन अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
नंदिता दास
सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता नंदिता दास महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने, बच्चों के अधिकारों और एड्स जागरूकता जैसे अहम मुद्दों से जुड़ी हुई है। 2013 में ‘डार्क इज ब्यूटीफुल कैंपेन’ के ज़रिए नंदिता ने रंग से जुड़ी दोहरी मानसिकता के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई। उन्हें 2009 में 'चिल्ड्रन्स फिल्म सोसाइटी ऑफ इंडिया' की चेेयरपर्सन नियुक्त किया गया था। वह यूनिसेफ के लिए एक सेलिब्रिटी वकील के रूप में काम कर रही हैं। जनवरी 2005 में, सुनामी से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे एनजीओ का सपोर्ट किया था।
ट्विंकल खन्ना
ट्विंकल खन्ना एक एक्ट्रेस के अलावा एक लेखक, इंटीरियर डिजाइनर, फिल्म निर्माता भी हैं। उन्होंने "Mrs Funny bones" 'The Legend of Lakshmi Prasad' जैसी बुक रिलीज की। महिलाओं में स्वास्थ के लिए ट्विंकल ने मासिक धर्म स्वच्छता को बढ़ावा दे महिलाओं को जागरुक करती हैं। फिल्म पैडमैन भी उन्हीं ने प्रोड्यूस की थी। वह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ, आर्थिक स्थिति में सुधार करने वाली संगठन Save the Children से भी जुड़ी हुई हैं। 2019 में, ट्विंकल ने महिलाओं के लिए डिजिटल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Tweak लॉन्च किया। 2016 में एक्ट्रेस को इंस्पायरिंग वूमेन ऑफ द ईयर के लिए Outlook Social Media Award से भी नवाजा जा चुका है।
वंदना डालिया