बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड (BSEB) ने 10वीं परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं, जिसमें 78.71% बच्चे बेहतरीन अंकों से पास हुए। उन्हीं में से एक बेगूसराय की मनीषा कुमारी, जिन्होंने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 500- 481 नंबर हासिल कर परिवार के साथ देश का भी नाम रोशन किया। हालांकि यहां तक पहुंचने के लिए मनीषा ने ना सिर्फ कड़ी मेहनत की बल्कि उनका सफर भी काफी संघर्षपूर्ण रहा।
बिना ट्यूशन व कोचिंग के किया टॉप
मनीषा ने बिना कोचिंग एवं ट्यूशन के 500 में से 481 अंक प्राप्त कर यह साबित किया है कि लगन, आत्मबल, और जज्बे से कुछ भी किया जा सकता है। उन्होंने मैट्रिक रिजल्ट में पूरे बिहार में चौथा स्थान व पूरे जिला में तीसरा स्थान हासिल किया।
टॉपर लिस्ट में हासिल किया चौथा स्थान
उनकी मां सिलाई जबकि पिता खेती बाड़ी का काम करते हैं। मनीषा भी मां के साथ सिलाई का काम करती हैं, ताकि घर में 4 पैसे आ सकते। उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसलिए वह 8 से 10 घंटे ही पढ़ाई कर पाती है। वह अपने परिवार के साथ कच्ची छत वाले खपरैल में रहती है। आर्थिक तंगी के चलते उनके पिता विनोद राय खेती छोड़ मजदूरी करने परदेस चले गए, ताकि उनकी बिटिया को पढ़ाई में कोई दिक्कत ना आए।
घरवालों का देती हैं कामयाबी का श्रेय
कभी-कभार तो मनीषा के पास किताबें खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हुआ करते थे लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। मनीषा का कहना है कि उनकी कामयाबी में माता-पिता का बहुत योगदान है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में उनके टीर्चस व दोस्तों ने भी उनका काफी साथ दिया।
बनना चाहती हैं आईपीएस
वह कहती हैं कि वो आगे भी कड़ी मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई करती रहेंगी क्योंकि उनका सपना I.P.S. बनने का है। वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में जाकर देश की सेवा करना चाहती हैं।
मनीषा ने जिस तरह कठिन मेहनत से सफलता हासिल की वह वाकई काबिले तारीफ है।