प्रेग्नेंसी के लिए दो चीजों की जरूरत पड़ती है। पहला मेल स्पर्म और फीमेल एग, इनके मिलान के बाद ही बच्चे का जन्म होता है। लेकिन वैज्ञानिक बिना सेक्स के त्वचा या रक्त कोशिकाओं से बच्चा पैदा करने की संभावना के करीब पहुंच गए हैं। ऐसे में बांझपन के लिए एक इलाज प्रदान करने का वादा किया जा रहा है।
इस मुद्दे काे लेकर हो रही चर्चा
गर्भावस्था तब शुरू होती है जब एक फर्टिलाइज्ड एग गर्भाशय की दीवार में प्रत्यारोपित हो जाता है, जिसके बाद यह एक भ्रूण बढ़ता है। हाल ही की स्टडी में ये जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या सेक्स के बिना बच्चा पैदा होना संभव है। राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों में पिछले सप्ताह तीन दिवसीय बैठक में इसे लेकर चर्चा की।
जापान के वैज्ञानिक भी कर चुके हैं हैरान
दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन विश्वविद्यालय में समाजशास्त्री अमृता पांडे ने बताया कि अंडे और शुक्राणु के अलावा अन्य कोशिकाओं से बच्चे पैदा करने की तकनीक अभी भी एक दशक या उससे अधिक दूर है, लेकिन विज्ञान संभावना को वास्तविकता में बदलने की कोशिश में जुटे हुए हैं। याद हो कि जापान के वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक निकाली थी, जिससे बच्चे पैदा करने के लिए मादाओं की जरुरत नहीं पड़ेगी।
समलैंगिकों को मिलेगा फायदा
वैज्ञानिकों ने दो नर चूहों के शरीर से कोशिकाओं को निकाल कर उससे अंडा बनाया, फिर नर चूहे के स्पर्म और अंडे को मिलाकर चूहा बनाया गया। दावा किया था कि इससे समलैंगिकों को फायदा मिलेगा। साथ ही उन महिलाओं को भविष्य में मां बनने से आजादी मिलेगी, जिनकी सेहत उन्हें गर्भधारण की अनुमति नहीं देती।
एक महिला भी बिना सेक्स के बन चुकी है मां
दरअसल हमारे समाज में सेक्स का मतलब सिर्फ इंटरकोर्स यानि पीनिस और वैजाइनल पेनेट्रेशन ही माना जाता है। लेकिन अगर मेल पार्टनर फीमेल के वैजाइना के पास भी इजाक्युलेट कर दें तब भी कई बार अनचाही प्रेगनेंसी की आशंका हो सकती है। कुछ सालों पहले एक महिला की खबर वायरल हुई थी जिसमें उसने दावा किया था कि वो बिना सेक्स के ही प्रेग्नेंट हो गई थी।