हमारे देश की सरकार ने कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया हुआ है ऐेसे में फिर भी बहुत से लोग है जो इस का पालन नही कर रहे हैं। इन्ही लोगों को फटकार लगाते हुए बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख सामने आई है। आशा ने लॉकडाउन तोड़ने वालों को खूब खरी खोटी सुनाई है।
एक बातचीत में आशा ने कहा, 'वायरस के कारण मरने से बेहतर है कि ज़िंदगी जी जाए' ये बीमारी बहुत तक्लीफ़ देती है। आप सांस नहीं ले पाएंगे और सड़कों पर निकलने वाले लोग सोच रहे हैं कि उनको ये नहीं होगा 'क्या आपको भगवान ने अमर बनाया है? हमारे लिए कोरोना वारियर्स कड़ी मेहनत कर रहे हैं। कृपया उनके बारे में सोचें। अफ़सोस तो इस बात का है कि उल्लंघन करने वाले सभी लोग शिक्षित हैं।
वहीं देखा जाए तो आशा पारेख नियमों का पूरी तरह से पालन कर रही है। उन्होने कहा कि वह पिछले एक महीने से बाहर नही निकली है। उनका ड्राइवर और सुरक्षाकर्मी ही उनतक सामान पहुंचाते है। वह आगे कहती है, ' मैं ये मानती हूं कि घर में रहना कोई आसान बात नहीं है और कई बार हमें क्लॉस्ट्रोफोबिक हो जाता है। ऐसी स्थिति में मुंबई जैसी जगह में तो सात या आठ लोगों को एक ही कमरा शेयर करना पड़ता है। पर आप यह भी सोचो कि आप घर पर फिर भी सुरक्षित हैं। इस समय हमें एक-दूसरे के बारे में सोचने की बहुत जरूरत है। अगर मैं अब रोने बैठ जाऊं कि कब तक घर में रहूंगी तो क्या होगा? इससे अच्छा है मैं खुश रहूं और पॉजिटिव रहूं।'.
आशा ने बातचीत में अपनी रूटीन बताई कि वे कैसे दिन की शुरूआत करती है फिर योगा करती है और किताबें भी पढ़ती है।