हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है। इस बार ये 10 मई को है। ज्योतिष एक्सपर्ट्स की मानें तो इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि स्थिति में होते हैं। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों की सम्मिलित कृपा का फल 'अक्षय' होता है। अक्षय यानी की अमर, मतलब जिसका अंत न हो। इस दिन दान का भी बहुत महत्व है। राशि के अनुसार दान देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और मां लक्ष्मी की भी कृपा बरसती है।
मेष
मेष राशि के लोगों को अक्षय तृतीय के दिन जौ या जौ से बने पदार्थ, सत्तू और गेहूं का दान करना चाहिए।
वृषभ
अक्षय तृतीय के दिन इस राशि के जातक ग्रीष्म ऋतु के फल, जल से भरी मटकी और दूध का दान करें।
मिथुन
ये राशि के जातकों का इस दिन ककड़ी, खीरा, सत्तू और हरी मूंग का दान करना शुभ माना जाता है।
कर्क
इस दिन जल से भरी मटकी, दूध और मिश्री किसी साधु को दान करें।
सिंह
सिंह राशि वाले मंदिर में जाकर सत्तू, जौ, गेंहू में से किसी एक चीज का दान करें।
कन्या
ककड़ी, खीरा और तरबूज का दान करना शुभ रहेगा।
तुला
इस दिन मजदूरों को पानी पिलाएं। साथ ही किसी गरीब व्यक्ति को जूते- चप्पल दान करें। इससे ग्रह दोष कम होते हैं।
वृश्चिक
इस राशि के लोगों को इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को जल से भरा पात्र, छाता या पंखा दान करना चाहिए। इससे आप अपने कष्टों से राहत पा पाएंगे।
धनु
इस राशि वाले इस पावन दिन पर बेसन से बना पदार्थ, चने की दाल, मौसमी का फल में से कोई एक चीज दान करें।
मकर
जल से भरी मटकी, दूध या कोई मिठाई गरीबों को दान करने से शुभ फल मिलेगा।
कुंभ
कुंभ राशि वाले इस दिन जल से भरा मटका, मौसमी फल और गेंहू किसी गरीब व्यक्ति को दान कर दें।
मीन
इस राशि के लोगों को अक्षय तृतीया के दिन चार हल्दी की गांठ ब्राह्मण को दान स्वरूप देना चाहिए। बेसन से बना पदार्थ या सत्तू मंदिर में दान करें।