‘भाबी जी घर पर है’ के मलखान उर्फ दीपेश भान के निधन के बाद एक और दुख भरी खबर सामने आई है। हिंदी, गुजराती फिल्मों और टेलीविजन शो में नज़र आने वाले अभिनेता रसिक दवे का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ फेम एक्टर चार साल से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे।
दवे की सास और अभिनेत्री सरिता जोशी ने बताया कि "दवे कमजोरी महसूस कर रहे थे। उन्हें रक्तचाप और गुर्दे की समस्या थी। वह डायलिसिस पर थे और बीते 15-20 दिनों से अस्पताल में थे। उन्हें वीरवार को घर लाया गया था और मैं उनसे मिली और वह मुझे देखकर मुस्कुराए, लेकिन शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया"।
दवे का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह करीब सात बजे परिवार के सदस्यों और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में किया गया। अभिनेता ने अपने करियर की शुरुआत 1982 में एक गुजराती फिल्म “पुत्र वधू” से की थी। हिंदी फिल्मों और टीवी शो में दवे निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म “झूठी”, “महाभारत”, “संस्कार-धरोहर अपनों की” के लिए प्रसिद्ध रहे। रसिक दवे के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है।
रसिक दवे को इंडस्ट्री में लोग प्यार से रसिक भाई कहकर पुकारते थे। उन्होंने टीवी सीरियल महाभारत में नंद का रोल प्ले किया था जिसे साल 1980 में टीवी पर प्रसारित और कई बार रीटेलीकास्ट किया गया।