कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में तेजी से बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 15 दिनों से हर रोज लगभग 4 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. हर रोज़ लाखों मरीजों के संक्रमित होने के चलते कई बड़े राज्यों में अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे, ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ता ही जा रहा है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जहां एक्सपर्ट सरकार को संपूर्ण लाॅकडाउन लगाने की अपील कर रहे हैं। वहीं इसके अलावा लोगों को अपनी हैल्थ की तरफ खास तौर पर ध्यान देने को भी कह रहे हैं।
लंग्स पर पकड़ बना रहा है कोरोना-
बतां दें कि कोरोना वायरस लोगों के लंग्स पर सबसे ज्यादा असर डाल रहा है. ऐसे में जो लोग घर पर होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करवा रहे हैं उनके लिए डॉक्टर्स की ओर से 6 मिनट का वॉक टेस्ट करने की सलाह दी जा रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस टेस्ट को आप घर पर ही कर सकते हैं। इससे आप अपने स्वास्थ्य और शरीर में ऑक्सीजन के लेवल के बारे में भी जान सकते हैं।
वायरस का लंग्स पर इफ्केट पड़ने से कोरोना संक्रमित लोगों को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत होती है. ऐसे में हम देख रहे है कि कई लोगों को संक्रमण होने के काफी देर बाद इलाज मिल पा रहा है. ऐसे में उन्हें अचानक सांस संबंधी दिक्कतें महसूस होने लगती हैं. ऐसे लोगों को घर पर रहते हुए दिन में 3-4 बार ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन सेचुरेशन चेक करते रहना चाहिए। इससे आपको ये भी पता चल जाएगा कि आपके लंग्स इस वायरस से इफेक्ट हो रहे हैं या नहीं।
आइये जानते हैं क्या है 6 मिनट वॉक टेस्ट-
डॉक्टर्स के अनुसार, अगर आप घर ही कोरोना पर ही आईसोलेशन है और अपना इलाज करवा रहे हैं और आपको डर है कि कहीं ये वायरस आपके लंग्स को ज्यादा संक्रमित तो नहीं कर रहा है. तो ऐसे में आप घर पर ही अपने स्वास्थ्य की जांच कर सकते हैं. आपको घर पर रहते हुए 6 मिनट वॉक टेस्ट करना चाहिए. आप सबसे पहले ऑक्सीमीटर से सेचुरेशन चेक कर लें और फिर 6 मिनट तक बिना रुके सामान्य गति से वॉक करते रहे। अब 6 मिनट के बाद एक बार फिर अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें। अगर ऑक्सीजन का स्तर 3 से 4 डिजिट के नीचे चला जाता है तो आपको सावधानी बरतने की जरूरत है.
उदाहरण के तौर पर-
जब आप पहली बार टेस्ट करते हैं तो ऑक्सीमीटर की रिडिंग 95 आती है. अब 6 मिनट तक वॉक करने के बाद चेक करने पर अगर यह घटकर 92 या उससे कम हो जाती है तो आपको अलर्ट होने की जरूरत है. इसका मतलब यह है कि आपके फेफड़ों में भी इनफेक्शन होना शुरू हो गया है, और आपको ऑक्सीजन की कमी हो सकती है. ऐसे लोगों को फौरन अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
इन्हें नहीं करना चाहिए 6 मिनट वॉक टेस्ट-
-अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं तो 6 मिनट वॉक टेस्ट न करें।
-अगर आपकी उम्र 60 से ज्यादा है तो आप यह टेस्ट 6 मिनट की बजाय सिर्फ 3 मिनट ही करें.
ऐसे बढ़ाएं ऑक्सीजन लेवल-
डॉक्टर्स के अनुसार, ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए आप प्रोनिंग का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए आपकों कम से कम 1-2 घंटे पेट के बल लेटना चाहिए. इससे फेफड़ों को आराम मिलता है और ऑक्सीजन के लेवल में भी सुधार आता है. आपको जब ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही हो तो प्रोन पोजीशन में लेट जाएं।