साल 2018 बस खत्म होने को है। इस साल बहुत सारी बातें हैं जो किसी ना किसी वजह से सुर्खियों में रहीं। उसी तरह कई बातें आपके खान-पान से भी जुड़ी हैं। इस साल लोगों ने खुद को स्वस्थ रखने के लिए बहुत सारी डाइट्स का सहारा लिया, जिसका इस्तेमाल वजन घटाने से या जानलेवा बीमारियों से खुद को बचाने के लिए किया गया। आज हम उन्हीं पॉपुलर डाइट के बारे में आपको बताएंगे जो इस साल सबसे ज्यादा डिमांड में रही। बता दें कि यह डाइट गूगल पर रैंक करने के साथ लोगों के बीच सबसे ज्यादा इस्तेमाल
की जाने वाली लिस्ट में शामिल रही।
वेगन डाइट
वेगन को स्वस्थ डाइट प्लान की लिस्ट में सबसे उपर रखा जाता है। इसमें डेयरी व नॉनवेज प्रोडक्ट्स को छोड़ दिया जाता है और केवल फल, सब्जियां, सेम और नट्स ही शामिल किया जाता है। स्वस्थ तरीके से वजन घटाने की इच्छा रखने वाले लोगों लिए यह डाइट सबसे अच्छा तरीका है। यह शरीर की फालतू कैलोरी और फैट के सेवन से रोकता है और प्रभावी ढ़ंग से वजन घटाने में मदद करता है। इस डाइट में फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ फैट की अच्छी मात्रा होती है जो आपको ना केवल वजन कम करने में मदद करती हैं बल्कि आपके शरीर को स्वस्थ भी रखती है। इससे इम्युन सिस्टम स्ट्रांग होता है और आप जल्दी बीमार नहीं पड़ते। मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
कीटो डाइट
इस डाइट को आम ही नहीं बल्कि सेलिब्रिटीज भी फॉलो करते हैं। इस डाइट में कार्बोहाइड्रेट कम और फैट ज्यादा मात्रा में होती है, ताकि शरीर को कीटोसिस स्थिति में लाया जा सके यह शरीर की ऐसी मेटाबोलिक (matabolic) स्थिति है जिसमें शरीर ब्लड गुल्कोस (कार्बोहाइड्रेट) की बजाए फैट के टुकड़ों को तोड़ कर एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है दिमाग भी उसी फैट से एनर्जी से लेता है लेकिन ऐसा तब होता है जब आप एक दिन में 40 ग्राम से भी कम कार्बोहाइड्रेट डाइट लेते हैं। इस डाइट के अंतर्गत हाई फैट, नॉर्मल प्रोटीन और कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जाता है। शरीर 70 से 75 % कैलोरी फैट से लेता है और 20 से 25 % कैलोरी प्रोटीन से और बाकी शेष 5 से 10 % कैलोरी कार्बोहाइड्रेट प्राप्त करता है।
मेडिटेरियन डाइट
यह डाइट इटली और ग्रीस के पारंपरिक खाद्य पदार्थों पर टिकी है जो काफी हेल्दी भी होती है।इस डाइट का प्रमुख कंपोनेंट ऑलिव ऑयल है। साथ ही इसमें ब्रेड, चावल व छिलके सहित आलू जैसी स्टार्च वाली चीजें, फल व सब्जियों की भरपूर मात्रा, साबुत अनाज, सूखे मेवे, जैतून/सरसों/ सोया और ऑलिव ऑयल का अदल-बदल इस्तेमाल किया जाता है। शोधकारों की मानें तो इस डाइट से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
इंटरमिटेड फास्टिंग डाइट
वैसे यह कोई डाइट नहीं है बस इसे लेने का एक तरीका है। आप अपनी पंसद का खाना खा सकते है लेकिन तय किए गए समय के अनुसार ही। इंटरमिटेड फास्टिंग के भी कई तरीके होते है। जिससे शरीर का अनावश्यक फैट कम होने लगता है और केवल आवश्यक फैट बचा रहता है। इंटरमिटेड फास्टिंग डाइट मे हम दिन के कुछ घंटे (8 से 12 घंटे) तक व्रत पर रहते हैं और बाकी समय पंसद के भोजन का सेवन करते हैं। एक दम से शुरुआत ना कर धीरे-धीरे इसकी आदत डालती पड़ती है।
लो कार्ब डाइट
लो-कार्ब डाइट वाले आहार में कार्बोहाइड्रेट की सामग्री सीमित रख वजन कम करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करती हैं। लो-कार्ब डाइट में आपको उच्च प्रोटीन वाले आहार खाने पड़ते हैं , जैसे कि दूध, अंडे, पनीर फल और अनाज सहित उच्च कार्बोहाइड्रेट खाद्यपदार्थ। यह डाइट पिछले कुछ सालों से काफी पसंद की जा रही है।