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Nari

डायबिटीज का होगा जड़ से खात्मा, करनी होगी सिर्फ एक कॉल

  • Updated: 20 Jul, 2017 06:19 PM
डायबिटीज का होगा जड़ से खात्मा, करनी होगी सिर्फ एक कॉल

डायबिटीज को कंट्रोल : डायबिटीज यानि शूगर आजकल आम सुनने को मिलती है। हर 5 में से 3 व्यक्ति इस बीमारी का शिकार हैं। इससे छुटकार पाने के लिए लोग कई तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं लेकिन फिर भी कोई असर दिखाई नहीं देता। आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो शुगर निरोग्य अमृत 100% आयुर्वेदिक औषधि है। जो मरीजों का समस्या के हिसाब से ही तैयार करके दी जाती है। इस औषधि का मुख्य कार्य शरीर के मैटाबॉलिजम को कंट्रोल रखना और पैनक्रियाज को एक्टिव रखना। जिससे मधुमेह बिल्कुल नियंत्रण में रहती है और रोगी पूरी तरह से स्वस्थ्य जीवन बिता सकता है। अगर आप भी मधुमेह से ग्रसित है तो बिना देरी किए जल्द ही घर बैठे  दवा ऑर्डर करें। अधिक जानकारी के लिए आप इस नंबर पर कॉल करें 011-27402700

डायबिटीज लोगों में तेजी से फैल रहा रोग है। ज्यादातर लोगो को यह लगता है कि डायबिटीज की बीमारी ज्यादा चीनी या ज्यादा मीठा खाने से होती है। ग्लूकोज यानि शूगर शरीर के सैल्स में तेजी से प्रवेश करके बॉडी को ताकत और एनर्जी प्रदान करता है लेकिन इस शुगर को एनर्जी में बदलने के लिए शरीर में इन्सुलिन का होना जरुरी है। खाना खाने के बाद पेट इससे प्राप्त होने वाले ग्लूकोज को अलग करके खून तक पहुंचाता है। जब यह शूगर पेट के निचले हिस्से में नहीं जा पाती और खून में ही रह जाती है तो शरीर में इसकी मात्रा बढ़नी शुरू हो जाती है। जिससे शूगर का लेवल बढ़ने से डायबिटीज की बीमारी हो जाती है।

कुछ वजहों से शरीर में पैंक्रियास काम करना बंद कर देता है,इस वजह से शरीर में इन्सुलिन भी नहीं बन पाता। यह स्थिति टाइप-1 डायबिटीज को जन्म देती है। जो लोग हैल्दी भोजन करते है और अच्छी जीवन शैली जीने के साथ-साथ शारीरिक एक्सरसाइज भी करते है। उनका पैंक्रियास यानि की अग्नाशय हमेशा स्वस्थ बना रहता है और वे लोग चाहे जितना भी मीठा खा लें, उन्हें डायबिटीज की बीमारी नहीं होती।

बॉडी में मौजूद शुगर जब एनर्जी में नहीं बदलती तो शरीर धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है, जल्दी थकान हो जाती है और कभी कभी वजन भी घटने लगता है। इसके अलावा शुगर ज्यादा होने पर प्यास लगना,मुंह और आंखें सूखना और  धीरे -धीरे नजर खराब होने लगती। बार-बार पेशाब आना,खुजली और जलन की समस्या भी होने लगती है। डायबिटीज होने पर शरीर का मेटाबोलिज्म और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत कमजोर पड़ जाती है। इससे घबराहट और बुखार भी हो सकता है। इस रोगी को किसी तरह की चोट लग जाती है तो उसे ठीक होने में बहुत समय लगता है।

यह बहुत खतरनाक बीमारी है, इसे कभी नजर अंदाज न करें क्योंकि यह धीरे धीरे बढ़ती जाती है और अपने साथ कई दूसरी बीमारियां लेकर आती हैं जैसे- ब्लड प्रैशर,ब्रेम स्टॉक,किडनी इंफैक्शन,आंखों का अंधापन,हेयर प्रॉब्लम। यह सब बीमारियां अपने आप में बहुत बड़ी जानलेवा है। शरीर में इसके लक्षण दिखाई दें तो गंभीरता से लें,नजरअंदाज न करें। 

डायबिटीज के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। ज्यादातर लोग डायबिटीज में केवल दवाइयां और इन्सुलिन पर निर्भर हो जाते है, मगर केवल दवा खाने से इस बीमारी की गंभीरताओं से बचा नहीं जा सकता। खान-पान में सावधानी बरतने के साथ -साथ कुछ परहेज और हमारी औषधि के सेवन से आप बिलकुल ठीक हो सकते है, शुगर निरोग्य अमृत के मात्र कुछ महीनो के सेवन से आप मधुमेह को बिलकुल कंट्रोल कर सकते है। यह औषधि बहुत ही दुर्लभ जड़ी-बूटियों की खोज से बनाई गई हैं। जिसमें गुड़मार औषधि, जामुन बीज, करेला औषधि,मेथी दाना औषधि, विजय सार औषधि, पलाश फूल औषधि, सालम पंजा औषधि (Dacty Lorhiza Hatagirea), अश्वगंधा औषधि, त्रिफला औषधि, शिलाजीत औषधि, सफ़ेद मूसली औषधि, बेल पत्र औषधि, अर्जुन औषधि, नीम औषधि, चिरायता औषधि इत्यादि।

गुड़मार(Gymnema Sylvester) हजारों वर्षों से आयुर्वेद में मधुमेह की जानी-मानी औषधि के रूप में इस्तेमाल की जाती है,इसमें पाए जाने वाले Gymnemic-Acid and Gymnema soponins ग्लूकोज को छोटी आंतों में अवशोषित नहीं होने देती और पैंक्रियास में पाई जाने वाली वीटा-सेल्स को सक्रिय कर शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को भी बढ़ाता है। रक्त में बढ़े हुए Cholesterol & Triglycerides को भी कम करती है, कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोस के अपटेक को भी बढाती है।

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