वास्तु शास्त्र में दिशाओं के अलावा रंगों का भी खास महत्व बताया गया है। यदि घर को वास्तु के अनुसार, बनाए जाए तो कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं। वहीं यदि घर इसके अनुसार न बनाया जाए तो घर के सदस्यों को सेहत, धन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रंगों की बात करें तो वास्तु के अनुसार, पीला रंग बहुत शुभ माना जाता है। इसका इस्तेमाल शुभ अवसरों पर किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, यह घर में पॉजिटिविटी लेकर आता है लेकिन यदि इसे गलत दिशा में करवाया जाए तो सेहत संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं कि पीला रंग किस दिशा में नहीं करवाना चाहिए।
दक्षिण-पूर्व दिशा
घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में पीले रंग का पेंट करवाने से इस रंग से जुड़ी दिशाओं के तत्वों की हानि होती हैं। ऐसे में भूलकर भी इस दिशा में यह रंग नहीं करवाना चाहिए। इस दिशा में पीला रंग करवाने से माता के स्वास्थ्य को हानि होती है। इससे घर के स्वामी को पेट संबंधी तकलीफों और जीवन में कई समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
ईशान दिशा
इस दिशा में भी पीला रंग नहीं करवाना चाहिए। इस दिशा से जुड़े तत्वों को पीला रंग करवाने से नुकसान होता है।
पीले के साथ रेड कलर
इसके अलावा गहरे पीले रंग का इस्तेमाल भी वास्तु में करना सही नहीं माना जाता। रेड के साथ पीला रंग नहीं करवाना चाहिए।
कहां करवाना चाहिए पीला रंग?
बेडरुम की दीवारें
वास्तु के अनुसार, बेडरुम की दीवारों पर करवाना अच्छा माना जाता है। यहां पर पीला रंग करवाने से पति-पत्नी के रिश्तों में मिठास आती है और दांपत्य जीवन में सुख मिलता है।
घर में रहेगा शांति का माहौल
इसके अलावा पीले रंग के फूलों के साथ घर की सजावट करना अच्छा माना जाता है। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी का प्रभाव बढ़ता है और घर में शांति का माहौल भी रहता है।