नारी डेस्कः हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। तुलसी न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि इसे वास्तु शास्त्र में भी विशेष स्थान दिया गया है। अगर आपने भी अपने घर में तुलसी का पौधा रखा है तो आपको भी इससे जुड़े नियमों के बारे में पता होना चाहिए।यहाँ तुलसी के पौधे के वास्तु शास्त्र में महत्व के कुछ पहलू दिए गए हैं, चलिए उनके बारे में ही आज आपको बताते हैं।
घर में शांति और समृद्धि
तुलसी को घर के आँगन में या बालकनी में रखने से घर में शांति और समृद्धि आती है। इसके पत्ते की सुगंध से वातावरण में शुद्धता आती है और यह मानसिक तनाव को कम करता है।
पूर्व दिशा में रखें
तुलसी का पौधा हमेशा पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और घर में सुख-शांति बनाए रखता है।
साफ-सफाई का ध्यान रखें
तुलसी के पौधे के आसपास हमेशा साफ-सफाई रखें। गंदगी या सूखे पत्ते न रहने दें, इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
जल नियमित रूप से दें
तुलसी के पौधे को नियमित रूप से पानी दें। विशेषकर सोमवार और रविवार को जल देना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
शुभ मुहूर्त में लगाएं
तुलसी का पौधा लगाने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करें। विशेषकर कार्तिक माह में तुलसी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है।
तुलसी के पास थूकें नहीं
तुलसी के पौधे के पास या उसके आसपास थूकना या गंदगी करना अपवित्र माना जाता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
रात में पौधा न छुएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रात के समय तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए। इसे अपवित्र माना जाता है।
वास्तु दोषों का निवारण
कई बार घर में वास्तु दोष होते हैं जिसे तुलसी का पौधा दूर कर सकता है। यह वातावरण को संतुलित करने में मदद करता है और नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है। घर के आंगन में लगा तुलसी का पौधा नेगेटिव एनर्जी को खत्म कर देता है।