नारी डेस्क: सर्दियों में एक कप गर्म चाय का मज़ा अलग ही होता है, लेकिन अगर वह चाय नकली चाय पत्ती से बनी हो, तो यह सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसी चाय पत्ती में खतरनाक केमिकल्स और मिलावट होने के कारण कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने नकली चाय पत्ती की पहचान के लिए कुछ आसान जांच विधियां बताई हैं। आइए जानते हैं इन तरीकों को विस्तार से।
नकली चाय पत्ती के खतरे
नकली चाय पत्ती को गहरा रंग देने के लिए खतरनाक केमिकल्स जैसे बिस्मार्क ब्राउन, कोल टार डाई और सोपस्टोन का उपयोग किया जाता है। ये केमिकल न केवल किडनी डैमेज, पेट की समस्याएं और माइग्रेन का कारण बन सकते हैं, बल्कि कैंसर जैसे जानलेवा रोग का कारण भी बन सकते हैं। खासकर, कोलन कैंसर और पेट से संबंधित अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
कैसे करें नकली चाय पत्ती की पहचान?
पानी का टेस्ट करें
चाय पत्ती की शुद्धता की जांच का सबसे आसान तरीका है पानी का टेस्ट करना। थोड़ी चाय पत्ती लें और इसे एक साफ फिल्टर पेपर पर रखें। इसके ऊपर थोड़ा पानी छिड़कें और इसे 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें। अगर पेपर पर गहरे काले या भूरे रंग का निशान दिखाई दे, तो यह इस बात का संकेत है कि पत्ती में मिलावट की गई है। असली चाय पत्ती कभी भी इस तरह का रंग नहीं छोड़ती। यह टेस्ट आपको तुरंत चाय पत्ती की शुद्धता के बारे में जानकारी देता है।
नॉर्मल पानी में चाय पत्ती डालें
एक और आसान तरीका है चाय पत्ती को नॉर्मल (ठंडे) पानी में डालकर जांच करना। एक गिलास ठंडे पानी में 1 चम्मच चाय पत्ती डालें। अगर पत्ती तुरंत रंग छोड़ने लगे, तो यह इस बात का संकेत है कि इसमें खतरनाक केमिकल कलर मिलाया गया है। असली चाय पत्ती केवल गर्म पानी में धीरे-धीरे रंग छोड़ती है। नकली चाय पत्ती में कोल टार डाई जैसे हानिकारक रसायन हो सकते हैं, जो सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होते हैं।
लोहे के टुकड़ों की पहचान करें
चाय पत्ती के उत्पादन के दौरान मशीनों के कारण उसमें छोटे लोहे के टुकड़े मिल सकते हैं। यह टुकड़े शरीर के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं। इनकी पहचान करने के लिए चाय पत्ती के ऊपर एक छोटा चुंबक चलाएं। अगर पत्ती में आयरन फिलिंग होगी, तो वह चुंबक पर चिपक जाएगी। यह जांच करना बेहद जरूरी है क्योंकि लोहे के ये टुकड़े शरीर में जाकर पेट की समस्या और अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
खुली चाय पत्ती खरीदने से बचें
रेहड़ी या बाजार में मिलने वाली खुली चाय पत्ती में मिलावट का खतरा सबसे अधिक होता है। यह न केवल अस्वच्छ होती है, बल्कि इसमें केमिकल्स और नकली सामग्री मिलाई जा सकती है। इसलिए हमेशा ब्रांडेड और सील पैक चाय पत्ती ही खरीदें। ब्रांडेड चाय पत्ती में क्वालिटी और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है।
रंग देखकर पहचान करें
असली चाय का रंग प्राकृतिक और समान होता है, जबकि नकली चाय पत्ती का रंग असमान, गहरा और अधिक चमकदार हो सकता है। जब आप चाय बनाएं, तो इसका रंग और गंध ध्यान से जांचें। अगर चाय का रंग बहुत गहरा और चमकदार हो, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है।
किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें
अगर चाय पीने के बाद आपको पेट दर्द, सिरदर्द, गैस, या किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या महसूस हो, तो इसे हल्के में न लें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। नकली चाय पत्ती में मौजूद केमिकल्स और मिलावट सेहत पर गंभीर असर डाल सकते हैं, जिसमें कैंसर तक का खतरा हो सकता है।
इन सावधानियों को अपनाकर आप न केवल अपनी सेहत की रक्षा कर सकते हैं, बल्कि कैंसर जैसी घातक बीमारियों से भी बच सकते हैं। चाय पत्ती की शुद्धता जांचने के ये सरल तरीके आपकी जिंदगी को स्वस्थ और सुरक्षित बनाए रखने में मदद करेंगे।
नोट : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। नकली खाद्य पदार्थों से बचें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
चाय की शुद्धता सेहत की सुरक्षा का पहला कदम है। सही कदम उठाएं और नकली चाय पत्ती से बचें।