नारी डेस्क: विद्या बालन आज अपनर 46वां जन्मदिन मना रही हैं। उन्होंने हमें न केवल अपनी एक्टिंग से, बल्कि अपनी जिंदगी जीने के तरीके से भी प्रेरित किया है। पद्मश्री से सम्मानित इस एक्ट्रेस की जिंदगी में ऐसा वक्त भी आया था जब उन्हें बॉडी शेमिंग का शिकार होना पड़ा था, से में उन्हें खुद से नफरत होने लगी थी। विद्या को हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या है, जिसके कारण वह चाहे कितनी भी डायटिंग या वर्कआउट कर ले उनका उनका वजन कम नहीं होता।
विद्या बालन ने अपनी हॉर्मोनल समस्याओं के बारे में बात करते हुए बताया कि उन्हें सबसे पहले खुद को स्वीकार करना पड़ा। उन्होंने यह समझा कि दूसरों से स्वीकृति पाने से पहले खुद को समझना और प्यार करना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने हमेशा पतले या मोटे लुक को दरकिनार कर अपने शरीर के साथ पॉजीटिव रहने पर जोर दिया है। विद्या बालन जैसे उदाहरण हमें प्रेरित करते हैं कि खुद को समझना और स्वीकार करना, हर समस्या का पहला कदम है।
हॉर्मोनल समस्याएं क्या हैं?
हॉर्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में किसी विशेष हॉर्मोन का स्तर असामान्य हो जाता है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकती है, लेकिन महिलाओं में यह अधिक सामान्य है। ज्यादातर यह समस्या 35 से 50 साल की महिलाओं में देखने को मिलती है लेकिन हैरानी कि बात यह है कि 70% भारतीय महिलाएं इसके लक्षणों को अनदेखा कर देती हैं।
महत्वपूर्ण हॉर्मोन
1. एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन (महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए)
2. टेस्टोस्टेरोन (पुरुषों के लिए प्रमुख हॉर्मोन)
3. थायरॉइड हॉर्मोन
4. इंसुलिन
5. कोर्टिसोल (तनाव हॉर्मोन)
हॉर्मोनल समस्याओं के कारण
-अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव।
-अनहेल्दी खाने की आदतें और पोषण की कमी।
-कम नींद और अनियमित दिनचर्या।
- महिलाओं में प्रजनन से संबंधित हॉर्मोनल समस्या।
- थायरॉइड हॉर्मोन का असंतुलन।
- रजोनिवृत्ति के दौरान हॉर्मोन का बदलना।
- परिवार में पहले से हॉर्मोनल समस्याओं का इतिहास।
हॉर्मोनल असंतुलन के लक्षण
महिलाओं में
1. मासिक धर्म में अनियमितता।
2. अचानक वजन बढ़ना या घटना।
3. त्वचा पर मुंहासे या पिगमेंटेशन।
4. अत्यधिक बाल झड़ना।
5. मूड स्विंग्स और अवसाद।
6. थकावट और ऊर्जा की कमी।
7. चेहरे पर अनचाहे बाल (हिर्सुटिज़्म)।
पुरुषों में
1. टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर।
2. बालों का झड़ना।
3. मांसपेशियों की कमजोरी।
4. ऊर्जा की कमी और थकावट।
5. यौन समस्याएं।
हॉर्मोनल समस्याओं से निपटने के उपाय
हरी सब्जियां, फल, और फाइबर युक्त भोजन करें। प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, और विटामिन्स का सेवन बढ़ाएं। चीनी और प्रोसेस्ड फूड से बचें। योग और मेडिटेशन से भी तनाव को कम किया जा सकता है। योग और मेडिटेशन तनाव कम करने में सहायक हैं, नियमित वॉक या जिम एक्सरसाइज़ करें। सोने और जागने का नियमित समय बनाएं। थायरॉइड, पीसीओएस, या अन्य समस्याओं के लिए मेडिकल टेस्ट कराएं। विद्या बालन की तरह खुद को स्वीकारें और आत्म-प्रेम विकसित करें। किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें यदि अवसाद या तनाव हो।
विद्या बालन की कहानी से सबक
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अपनी समस्याओं के बारे में खुलकर बात करने से समाधान की राह आसान हो जाती है। हॉर्मोनल असंतुलन एक सामान्य समस्या है, लेकिन सही जीवनशैली, संतुलित आहार, और मानसिक शांति से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। विद्या बालन जैसे उदाहरण हमें प्रेरित करते हैं कि खुद को समझना और स्वीकार करना, हर समस्या का पहला कदम है।