माइग्रेन की समस्या आजकल बहुत से लोगों में बढ़ रही है। यह एक ऐसी समस्या है जिसके कारण सिर के एक भाग में बहुत ज्यादा दर्द होता है और सिर का प्रभावित भाग दिल की तरह बहुत तेज धड़कता है। माइग्रेन के कारण आंखें खोल पाना भी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा कोई भी रोशनी आंखों में चुभने लगती है। ऐसी स्थिति में बहुत तेज सिरदर्द के अलावा, उल्टियां होना, तेज आवाज सह न पाना जैसे लक्षण दिखते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में माइग्रेन की समस्या होती है लेकिन महिलाओं को माइग्रेन क्यों होता है और इसके पीछे क्या कारण है। आज आपको यह बताएंगे आइए जानते हैं।
लगभग 15% आबादी को है माइग्रेन
जैसा कि हमने आपको बताया कि माइग्रेन एक तरह का गंभीर सिरदर्द है जो सिर की एक साइड से शुरु होता है। माइग्रेन के सिरदर्द में उल्टियां, बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन महसूस होता है। यह एक आम सिरदर्द है और लगभग 15% आबादी इससे जूझ रही है। माइग्रेन जेनेटिक्ल समस्या होती है और यह दर्द पीरियड्स के दौरान ज्यादा बिगड़ सकता है। महिलाओं और पुरुषों में इस बीमारी का रेशियो एक से तीन गुणा है।
किन महिलाओं को होती है यह परेशानी
यह शरीर में हार्मोन में बदलाव के कारण होती है और जो महिलाएं हार्मोनल गोलियां लेती हैं या हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल करती हैं उन्हें माइग्रेन का खतरा ज्यादा रहता है। शरीर में एस्ट्रोजन नाम का हार्मोन बढ़ने के कारण माइग्रेन सबसे का सबसे बड़ा कारण है। दुनियाभर में माइग्रेन की समस्या 18 से लेकर 49 साल की महिलाओं में ज्यादा होती है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में माइग्रेन बार-बार होती है
माइग्रेन के कारण
महिलाओं में माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं जैसे
. अनहेल्दी लाइफस्टाइल
. खराब खान-पान
. स्ट्रेस
. स्मोकिंग
. एक्सरसाइज न करना
. एस्ट्रोजन की कमी
माइग्रेन से कैसे करें बचाव?
. माइग्रेन से अपना बचाव करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
. जंक और ऑयली फूड्स से दूरी बनाएं।
. ज्यादा रोशनी या फिर तेज गाने न सुनें।
. कम से कम 7-8 घंटे की पूरी नींद लें। माइग्रेन से बचने के लिए जंक फूड्स और ऑयली फूड से दूरी बनाएं।
. रोजाना वर्कआउट और योग करें।