हर किसी की जिंदगी में मुसीबतें आती हैं लेकिन अगर इन मुसीबतों का सूझ बूझ के साथ और हिम्मत के साथ इनका सामना किया जाए तो इनसे लड़ा जा सकता है। हिम्म्त हार जाने से छोटी सी छोटी मुसीबत भी बड़ी लगने लगती है और ऐसा ही हिम्मत भरा काम किया है दो औरतों ने और इसी जज्बे और हौसले से उन औरतों ने 2 लोगों की जान बचाई।
दरअसल यह मामला छत्तीसगढ़ का है जहां 2 महिलाओं के जज्बे और सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो 3 व्यक्ति बाढ़ के पानी में डूब रहे थे लेकिन इन्हें इन महिलाओं ने डूबने नहीं दिया और सूझबूझ से उस समय अपनी साड़ी का इस्तेमाल किया और फिर इसी साड़ी को पकड़ कर 2 व्यक्ति तो इससे बच गए लेकिन तीसरा व्यक्ति नहीं बच पाया और वह डूब गया।
इन महिलाओं का नाम पूर्णिमा केवंत और पंचवती है जिन्होंने अपनी समझ से और हिम्मत से 2 व्यक्तियों की जान बचाई। यह घटना 19 अगस्त की है। दरअसल यह 2 महिलाएं अपने गांव नहाने के लिए गई थी लेकिन उन्हें अचानक से चीखने और चिल्लाने की आवाजें आने लगी और जब इन महिलाओं ने देखा तो 3 व्यक्ति पानी में डूब रहे थे आस पास कोई रस्सी न होने का कारण इन महिलाओं ने अपनी साड़ी ली और उसे पास में लगे एक रोड से बांध दिया और फिर उन डूबते लोगों की और फेंक दिया और इस तरह दो लोगों को जान बचा ली।
इन साहसी महिलाओं के इस जज्बे को देख कर प्रशासन ने इन्हें इनकी बहादुरी के लिए सम्मान का ऐलान भी किया है। इस घटना पर SDM अनुराधा अग्रवाल ने कहा कि इन दोनों ने बहुत अच्छे से अपने साहस को दिखाया है और इसी के लिए इनके नाम बहादुरी अवार्ड भी भेजा जाएगा।