आजकल घर में छोटा-सा गार्डन बनाना ट्रैंड बन गया है लेकिन कई बार पौधें धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं। पौधों को खराब होते देख लोग इसमें ओर भी ज्यादा पानी डाल देते हैं, जोकि गलत है। इससे पौधे फिर से खिलने की बजाए ज्यादा मुरझा जाएंगे। चलिए आपको बताते हैं कि आपके पौधें क्यों मर जाते हैं और इसे वापिस ठीक कैसे किया जाए...
ओवरवॉटरिंग है गलत
ओवरवोटरिंग एक हाउसप्लांट को मारने का सबसे आसान तरीका है। बेशक पौधों के लिए पानी जरूरी होता है लेकिन ओवरवॉटरिंग उन्हें खराब भी कर सकता है।
कैसे पहचानें जब पौधे होने लगे खराब...
जब पौधे खराब होने लगते हैं तो उनके पत्तों पर कुछ भूरे धब्बे पड़ जाते हैं। आपको लगता है कि पौधा प्यासा है तो आप उसमें पानी डाल देते हैं लेकिन वास्तव में फफूंद और बैक्टीरिया के कारण पौधें की जड़ें सड़ने लगती है। ऐसे में जब आप उसमें पानी डालते हैं तो सड़ने वाली जड़ें पानी बिल्कुल नहीं लेती और ना ही उसे पलट सकता है। इससे प्लांट ओर भी खराब हो जाता है।
क्या करें?
कभी भी गमले में ज्यादा पानी ना डालें। पौधों को सिर्फ उतना ही पानी दें, जिससे मिट्टी गीली हो जाए। साथ ही बगीचे में पौधा लगाने से पहले यह अच्छी तरह जान लें कि किस पौधे को ज्यादा तो किसे कम धूप की जरूरत है।
. अपने पौधों के लिए ऐसे प्लांटर यानि गमले का इस्तेमाल करें, जिसके नीचे छेद हो। इससे अगर आप ज्यादा पानी डाल भी रहे हैं तो वो बाहर निकल जाएगा और मिट्टी जितना पानी ही गमले में रहेगा। अगर गमले में छेद नहीं है तो आप खुद पत्थर की मदद से उसके निचे छेद कर लें।
. कुछ पौधे-जैसे रसीला, कैक्टिस, और कुछ उर्न जल निकासी के बिना भी जीवित रह सकते हैं लेकिन इन्हें पानी देते समय आपको सावधानी बरतनी होगी।
बिना पानी भी जिंदा रह सकते हैं ये पौधें
फेल्ड लीफ्स या पिला पीपरोमायोइड्स ऐसे पौधें हैं, जो बिना पानी भी जिंदा रह सकते हैं। इनमें आप जब तक पानी नहीं डालेंगे तब तक कोई जल निकासी नहीं होगी। वहीं, कुछ पौधे, हार्ट फर्न को सही मात्रा में पानी की जरूरत होती है।
पौधों को बैक्टीरिया से बचाने के लिए क्या करें?
पौधों को बैक्टीरिया से बचाने के लिए उसके आस-पास एक्टिवेटिड चारकोल का पाउडर बनाकर की एक परत बिछा दें। इससे पौधों में बैक्टीरिया व फूंफद नहीं लगेगी।