मां बनना कोई आसान काम नहीं है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। वहीं, इस दौरान हार्मोन्स का स्तर भी ऊपर नीचे होते रहता है, जिसके कारण उन्हें वजन बढ़ना, बाल झड़ना और मूड़ स्विंग्स जैसी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हीं में से एक है क्या है पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस।
क्या है पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस?
डिलीवरी के बाद थायराइड ग्रंथि में सूजन आ जाती है, जिसे पोस्टपार्टम थायराइडिटिस कहते हैं। हालांकि प्रेगनेंसी के बाद थायराइड का खतरा करीब 20% तक होता है। किसी खास बीमारी जैसे डायबिटीज आदि से जूझ रही महिलाओं में इसकी संभावना ज्यादा होती है। वहीं, पहली प्रेगनेंसी में पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस हुआ हो तो दूसरी प्रेगनेंसी में इसके चांसेज 40% बढ़ जाते हैं।
क्या ठीक हो सकता है पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस?
ज्यादातर माओं में 1 साल के अंदर ही थायराइड ग्लैंड वापिस नॉर्मल हो जाता है जबकि कुछ महिलाओं में इसके कॉम्प्लिकेशन हमेशा के लिए बने रहते हैं। करीब 5-7% नई माओं में पोस्टपार्टम थायरॉयडिटिस होता है। चूंकि इस कंडीशन के दौरान इम्यून सिस्टम थायराइड पर हमला करते हैं इसलिए यह पहले हाइपरथायरायडिज्म का कारण बनता है। इससे ब्लड फ्लो में थायराइड हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे थायरोटोक्सीकोसिस होता है।
क्या दवा मिल्क सप्लाई को करती है प्रभावित?
बता दें कि कोई भी थायराइड ट्रीटमेंट या दवाओं से ब्रेस्ट मिल्क पर कोई इफेक्ट नहीं होता। हालांकि दवा ना लेने से इसपर असर पड़ सकता है क्योंकि हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म दोनों में लैक्टेशन के फीडबैक अवरोधक के रूप में FIL जैसे कुछ हार्मोनों का प्रवाह होता है। इससे मिल्क सप्लाई में कमी आ सकती है।
क्या थायराइड मेडिसिन बच्चे को करेगी प्रभावित?
थायराइड की दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित है क्योंकि यह ब्रेस्टमिल्क में न के बराबर पहुंचती है। हालांकि ब्रेस्टफीडिंग करवाते समय रेडियोएक्टिव आयोडीन ट्रीटमेंट नहीं करवाना चाहिए।
क्या खाएं और क्या नहीं?
- इसके लिए डाइट में समुद्री सब्जियां शामिल करें। इसमें फोर्टिफाइड आयोडीन, विटामिन, मैग्नीशियम, लोहा, सोडियम और 56 खनिज होते हैं जो थायराइड को कंट्रोल में रखते हैं। इसके अलावा डाइट में एंटीऑक्सीडेंट फूड्स, स्मूदी, सलाद, बैरीज, सूप, जूस, मछली आदि का सेवन करें।
- जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, पैकेटबंद, प्रोसेस्ड, शुगर और पिर्जेवेटिव और रेड मीट खाने से बचें।
एक्सरसाइज करें
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए रोज हल्के-फुल्के व्यायाम करें और साथ ही योग को भी अपनी रूटीन का हिस्सा बनाएं। मगर, ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी ना करें क्योंकि नई मांओं को आराम की भी जरूरत होती है।
क्या प्रेगनेंसी में थायराइड की गोली खा सकते हैं?
कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी से पहले ही थायराइड होता है। ऐसे में उनके मन में शंका रहती है कि थायराइड की गोली खाएं या नहीं। बता दें कि वैसे तो गर्भवती महिलाएं थायराइड की गोली खा सकती हैं लेकिन फिर भी इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।