नारी डेस्क: शुक्रवार, जिसे हिंदी में 'शुक्रवार' कहते हैं, हिन्दू पंचांग में भगवान शुक्र को समर्पित है। शुक्रवार को विशेष माना जाता है क्योंकि इस दिन भगवान शुक्र देवता की कृपा प्राप्ति होती है, जो धन, सुख, समृद्धि और संतान की प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध हैं। इस दिन को विशेष रूप से महिलाएं और कन्याएं भगवान शुक्र की पूजा और उपासना करती हैं, जिससे उन्हें अपनी इच्छित वांछाओं की पूर्ति में सहायता मिलती है।
शुक्रवार का व्रत
शुक्रवार को व्रत रखने से भगवान शुक्र की कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत में विशेष रूप से महिलाएं और कन्याएं शुक्र देवता को व्रत करती हैं। उन्हें सफेद या पीले वस्त्र पहनना चाहिए। शुक्रवार का व्रत विवाहित जोड़ों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
शुक्रवार की पूजा
शुक्रवार को देवी लक्ष्मी और भगवान शुक्र की पूजा की जाती है। विशेषकर शुक्र स्तोत्र, शुक्र चालीसा और लक्ष्मी चालीसा का पाठ किया जाता है।
दान और पुण्यकालीन कार्य
शुक्रवार को दान देना विशेष फलदायी माना जाता है। धन, सोना, घी, चांदी, सफेद वस्त्र, मिठाई, फल, फूल आदि दान किया जा सकता है। इसके अलावा, गाय को चारा या अन्य सहायता भी दी जा सकती है।
शुक्रवार के विशेष प्रसाद
शुक्रवार के व्रत का प्रसाद मांगलिक होता है। मिठाई, पूरी, हलवा, चने की दाल, खीर, और दूधी की बर्फी शुक्रवार के प्रसाद के रूप में प्रस्तुत किये जाते हैं।
शुक्रवार की विशेष उपासना
शुक्रवार को भगवान शुक्र की उपासना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इसके लिए शुक्र स्तोत्र, शुक्र चालीसा, और भगवान शुक्र के मंत्र का जाप किया जा सकता है।
लक्ष्मी-कुबेर पूजा
शुक्रवार को लक्ष्मी-कुबेर की पूजा करने से धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। पूजा में श्रीफल, धन्या, गंध, दीप, फूल, सुगंधित धूप, नैवेद्य आदि की अर्चना की जाती है।
शुक्रवार का रंग
शुक्रवार के दिन विशेष रंग पहनने से भी शुक्र देवता की कृपा प्राप्त होती है। विशेषकर सफेद, लाल और गुलाबी रंग के वस्त्र पहनने को मान्यता दी जाती है।
दान करना
शुक्रवार को दान देने से भी शुक्र देवता की प्रसन्नता प्राप्त होती है। धान्य, फल, मिठाई, घी, चांदी, सोना, अनाज, वस्त्र, गाय का चारा, आदि दान किया जा सकता है।
शुक्रवार का व्रत का पालन
शुक्रवार को नियमित रूप से व्रत रखने से भगवान शुक्र की कृपा प्राप्त होती है और विवाहित जोड़ों के लिए समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति होती है।
अन्य उपाय
शुक्रवार को शुक्र देवता के विशेष प्रसाद के रूप में गुड़, खीर, मिष्ठान, दूधी की बर्फी, विशेष रूप से बनाए गए पाक आदि को चढ़ाएं।