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ट्रंप का बड़ा फैसला भारत में बढ़ेंगी नौकरियां! H-1B वीजा फीस बढ़ने से भारत को क्यों मिल सकता है गोल्डन चांस

  • Edited By Monika,
  • Updated: 21 Sep, 2025 12:53 PM
ट्रंप का बड़ा फैसला भारत में बढ़ेंगी नौकरियां! H-1B वीजा फीस बढ़ने से भारत को क्यों मिल सकता है गोल्डन चांस

नारी डेस्क : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस में भारी बढ़ोतरी कर दी है। अब यह फीस करीब 1 लाख डॉलर हो गई है। यह खबर सुनकर जहां कई लोग चिंतित हो गए हैं, वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह भारत के लिए किसी लॉटरी से कम नहीं है।

अमेरिका में कंपनियों पर असर

H-1B वीजा का इस्तेमाल बड़ी अमेरिकी और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां करती हैं ताकि वे भारत जैसे देशों से कुशल (skilled) कर्मचारियों को अमेरिका में काम करने के लिए बुला सकें। लेकिन अब वीजा महंगा हो जाने से कंपनियों का खर्च काफी बढ़ जाएगा। कंपनियों का मुनाफा घट सकता है। इसलिए वे अपना ज्यादा काम अमेरिका से बाहर शिफ्ट कर सकती हैं।

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भारत के लिए सुनहरा मौका

इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बदलाव भारत के लिए बड़ा फायदा ला सकता है। कंपनियां दो तरह से भारत में नौकरियां दे सकती हैं।

भारतीय IT कंपनियों को ज्यादा प्रोजेक्ट देंगी – यानी TCS, Infosys, Wipro जैसी कंपनियों को ज्यादा काम मिलेगा।

भारत में अपने खुद के ऑफिस (GCC) खोलेंगी – जहां वे सीधा भारतीय टैलेंट को हायर करेंगी।

इससे भारत में IT सेक्टर में नई नौकरियों की बाढ़ आ सकती है।

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भारतीय IT कंपनियों को भी थोड़ा नुकसान

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EIIR Trend के सीईओ पारेख जैन का कहना है कि भारतीय IT कंपनियों को भी कुछ नुकसान होगा।

हर प्रोजेक्ट में कुछ कर्मचारियों को अमेरिका भेजना जरूरी होता है।

अब इन कर्मचारियों को भेजने में ज्यादा खर्च आएगा।

लेकिन उन्होंने कहा कि कंपनियां ज्यादा काम भारत में ही कराने की कोशिश करेंगी। इससे भारत में नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।

अमेरिकी कंपनियों का रुख बदलेगा

माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियां, जिन्हें अमेरिका में पर्याप्त टैलेंट नहीं मिल पा रहा है, अब भारत पर ज्यादा भरोसा कर रही हैं। वे अपने GCC (Global Capability Centers) भारत में विस्तार कर रही हैं। इससे देश में हाई-स्किल जॉब्स, रिसर्च और टेक्नोलॉजी से जुड़ी नौकरियां तेजी से बढ़ेंगी और भारतीय युवाओं के लिए करियर के नए अवसर खुलेंगे।

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टैलेंट वापस भारत आ सकता है

रिक्रूटमेंट फर्मों का मानना है कि H-1B वीजा फीस बढ़ने का फायदा भारत को मिलेगा। अब अमेरिका में काम करना महंगा हो जाएगा, इसलिए कई लोग भारत में ही रहकर काम करना पसंद करेंगे। यहां कंपनियां अच्छे पैकेज देंगी और ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखेंगी। इससे देश में नए आइडिया और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा और भारत का टेक्नोलॉजी और सर्विस सेक्टर और मजबूत होगा। Quess IT Staffing के सीईओ कपिल जोशी का कहना है कि महंगे H-1B वीजा की वजह से कंपनियां भारत में ज्यादा हायरिंग करेंगी, जिससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे और युवा यहीं रहकर करियर बना पाएंगे।

ट्रंप प्रशासन का H-1B वीजा फीस बढ़ाने का फैसला अमेरिका के लिए महंगा पड़ सकता है, लेकिन भारत के लिए यह एक गोल्डन चांस है। इससे भारत में आईटी और टेक्नोलॉजी सेक्टर में नए मौके बनेंगे, नौकरियां बढ़ेंगी और टैलेंट देश में ही टिकेगा। लंबे समय में यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।


 

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