कोरोना वायरस हर दिन लाखों लोगों को अपना शिकार बना रहा है। ऐसे में इससे बचने के लिए कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने के साथ लॉकडाउन का सहारा लिया गया है। इसके कारण लोग अपने ही घरों में कैद होने पर मजबूर हो गए है। वहीं इस वायरस के कारण कई लोगों के काम, बिजनेस व नौकरी पर भी बुरा असर पड़ा है। ऐसे में उन्हें सेहत के साथ आर्थिक तौर पर चिंता सता रही है। इसके कारण कई लोग तनाव के घेरे में आ रहे हैं। मगर इस संकट की घड़ी में खुद को शारीरिक व मानसिक तौर मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आसान बताते हैं, जिसे करने से इम्यूनिटी बढ़ने के साथ मानसिक स्वस्थ बेहतर होने में मदद मिलेगी। तो आइए जानते हैं उन योगासन के बारे में...
1. बालासन
अक्सर दिमाग में बहुत सी चीजों घूमती है। ऐसे में तनाव की समस्या होने लगती है। इससे बचने के लिए बालासन करना फायदेमंद माना जाता है। बालासन यानी बच्चे की मुद्रा में आना। इससे पूरे शरीर में खिंचाव होता है। साथ ही इस आसन को करने से आपको अपेन अंदर को बच्चे को गले लगाने की अनुमति मिलेगी। ऐसे में बालासन करने से शांति व सुकून मिलता है।
बालासन करने का तरीका
. जमीन पर मैट बिछाकर एड़ी के बल बैठ जाएं।
. अपने कुल्हों का सारा भार एड़ी पर डालें।
. फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुके और अपने माथे को जमीन पर लगाएं।
. अपने दोनों हाथों को सीधे करते हुए जमीन पर लगाएं। इसके अलावा हाथों से एड़ियों को पकड़ लें।
. अब अपनी छाती से धीरे-धीरे जांघों पर दबाव डालें।
. 5-10 मिनट या सामार्थ्य अनुसार इस मुद्रा में रहकर गहरी सांस लें।
. फिर पहली वाली यानी सामान्य अवस्था में आ जाएं।
. इसी प्रक्रिया को करीब 4-5 बार करें।
2. सेतुबंध आसन
ब्रिज पोज या सेतु बंध सर्वांगासन में शरीर ब्रिज का आकार लेता है। इस करने से मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का शांत होने में मदद मिलती है। व्यक्ति को शांति व सुकून का अहसास होता है। शरीर भी हल्का लगने लगता है। ऐसे में तनाव, चिंता, डिप्रेशन कम होेने में मदद मिलती है।
ब्रिज पोज करने का तरीका
. सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
. अब टांगों को मोड़कर पैरों को कूल्हों के पास लेकर आएं। आप जितना करीब जा सकती है उतना ही जाएं।
. सारा भार हाथों पर डालते हुए धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं। साथ ही इस दौरान सांस अंदर की ओर खींचें।
. अपने पैरों को मजबूती से टिकाकर पीठ को अपनी क्षमता मुताबिक मोड़ें।
. अब दोनों बाजूओं को एकदम सीधा जमीन पर रखें या जोड़ लें।
. अपना ध्यान छत या किसी चीज पर केंद्रित करें।
. इस अवस्था में 5-10 सेकेंड रहकर सांस छोड़ते हुए जमीन पर सीधे लेट जाएं।
. इस प्रक्रिया को 2-3 बार करें।
3. सुखासन
यह बेहद ही सरल योगासन है। इसे करने से मन व दिमाग को शांति मिलती है। फेफड़ों में मजबूती आने से सांस संबंधी समस्याओं से आराम रहता है।
सुखासन करने का तरीका
. सबसे पहले जमीन पर मैट बिछाकर बैठ जाएं।
. दोनों बाजूओं को घुटनों के पास रखें।
. अपनी गर्दन व रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा करके शांत मुद्रा में बैठ जाएं।
. आंखें बंद करके पूरा शरीर ढीला छोड़ दें।
. 7-10 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें और गहरी सांस लें।
. फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।
अन्य लाभ
. मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती दिलाए
. मासिक धर्म में फायदेमंद
. थकान, कमजोरी होगी दूर
. बेहतर ब्लड सर्कुलेशन
. फेफड़ों में मजबूती
. इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार
. बेहतर पाचन तंत्र
. माइग्रेन व सिरदर्द से आराम