नारी डेस्क: देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर आज देश भर में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा हे। वैसे तो हमने कई एक्टर्स को ऑनस्क्रीन टीचर की भूमिका निभाते हुए देखा होगा, लेकिन आज हम उन सितारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत टीचर के रूप में की या शिक्षा के क्षेत्र में काम किया और बाद में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उनका जीवन और करियर टीचिंग से एक्टिंग की दुनिया में आने के दौरान काफी बदल गया।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी
नवाजुद्दीन सिद्दीकी को फिल्मों में आने से पहले अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कई छोटे काम करने पड़े। वह एक केमिस्ट की नौकरी भी कर चुके थे और इसके साथ ही कुछ समय तक थिएटर कलाकारों को ट्रेनिंग देने का काम किया। एक्टिंग में उनकी रुचि बढ़ने के बाद, उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में दाखिला लिया और वहां से उनके अभिनय करियर की शुरुआत हुई।
अक्षय कुमार
अक्षय कुमार फिल्मों में आने से पहले मार्शल आर्ट के प्रशिक्षक (टीचर) थे। उन्होंने थाईलैंड में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली और भारत लौटकर इसे सिखाना शुरू किया। एक दिन उनके एक छात्र ने उन्हें मॉडलिंग में हाथ आजमाने की सलाह दी, और इस तरह अक्षय कुमार का करियर मॉडलिंग से होते हुए फिल्मों तक पहुंचा। उनके टीचिंग के अनुभव ने उनके अनुशासन और आत्मविश्वास को मजबूत किया, जो उनकी फिल्मी करियर में मददगार साबित हुआ।
अनुपम खेर
अनुपम खेर, जो अब बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक हैं, फिल्मों में आने से पहले टीचर रह चुके थे। उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान और बाद में नाटकों में हिस्सा लिया और थिएटर में पढ़ाया। इसके बाद उन्होंने मुंबई आकर फिल्मों में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने भी टीचिंग के दौरान एक्टिंग की गहराई और नाट्यशास्त्र को समझा, जिसने उनके करियर में अहम भूमिका निभाई।
बलराज साहनी
बलराज साहनी, बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता, फिल्मों में आने से पहले इंग्लिश और हिंदी के शिक्षक थे। उन्होंने टैगोर के शांति निकेतन में पढ़ाया था। शिक्षा क्षेत्र में उनके अनुभव ने उनके साहित्यिक ज्ञान को समृद्ध किया, जो उनकी फिल्मों में गहराई और गंभीरता लाने में सहायक रहा।
कियारा आडवाणी
फिलहाल बी–टाउन की मशहूर अदाकारा कियारा आडवाणी पहले एक नर्सरी स्कूल में टीचर थीं। एक इंटरव्यू में “कबीर सिंह” की एक्ट्रेस ने खुलासा किया था कि उनकी मां का एक नर्सरी स्कूल है, जहां कियारा बच्चों को पढ़ाती थीं और उनके डाइपर तक बदले हैं।
सान्या मल्होत्रा
अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा भी फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले एक डांस टीचर थीं, वह स्टूडेंट्स को बैली डांस सिखाती थीं। टीचिंग के अनुभव ने उनमें धैर्य, अनुशासन, और दूसरों के प्रति सहानुभूति जैसे गुण विकसित किए, जो उनके फिल्मी करियर में भी लाभकारी साबित हुए।
इनका यह सफर दिखाता है कि कोई भी पेशा छोटा नहीं होता और सही समय पर लिया गया निर्णय जीवन की दिशा को पूरी तरह बदल सकता है।