वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में काफी महत्व है परन्तु वास्तु जब हमारे जीवन में किसी तरह की परेशनियां या तकलीफ रहने लगती है तो उसे हम वास्तु दोष कहते हैं। वास्तु दोष को हमेशा के लिए दूर करने के लिए हमें कुछ खास वास्तु टिप्स का पालन करना चाहिए। अगर हम इन्हें दूर नहीं करते हैं तो हमें मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी समम्स्याएं हो सकती हैं। इसलिए बचने के लिए आपको इन कुछ खास उपायों को आपको जरूर करना चाहिए जिससे वास्तु दोष आपके जीवन से हमेशा के लिए दूर भाग जाएगा। चलिए आपको बताते हैं इन्हीं कुछ टिप्स के बारे में विस्तार से-
भोजन ग्रहण करें तो थाली दक्षिण-पूर्व की ओर रखें और पूर्वाभिमुख होकर भोजन करें। पानी पीते समय अपना मुख उत्तर-पूर्व की ओर रखें।
घर में कोई पूजास्थल है तो उसे उत्तर-पूर्व (ईशान) कोण में रखें।
सम्यक उन्नति के लिए लक्ष्मी, गणेश, कुबेर, स्वास्तिक, ॐ, मीन आदि मांगलिक चिन्ह मुख्य द्वार के ऊपर स्थापित करें।
द्वार दोष और वेध दोष को दूर करने के लिए शंख, सीप, समुद्री झाग, कौड़ी लाल कपड़े में या मौली में दरवाजे पर लटकाएं।
घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर एक ओर केले का वृक्ष, दूसरी ओर तुलसी का पौधा गमले में लगाएं।
दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोण में कुआं या ट्यूबवैल है तो उसे भरवा कर उत्तर-पूर्व कोण में ट्यूबवैल या कुआं खुदवाएं, अन्य दिशा में कुएं भरवा न सकें तो उसे प्रयोग में लाना बंद कर दें अथवा उत्तर-पूर्व में एक ओर ट्यूबवैल या कुआं लगवाएं जिससे वास्तु का संतुलन हो सके।
बीम का दोष शांत करने के लिए इसे सीलिंग टॉयल्स से ढंक दें। बीम के दोनों ओर बांस की बांसुरी लगाएं।