मां बनना किसी वरदान से कम नहीं है लेकिन बांझपन या किसी ओर वजह से कुछ महिलाएं इस सुख से वंचित रह जाती हैं। महिलाओं में बढ़ती बांझपन की समस्या का सही कारण जानने के लिए डॉक्टर सुमीत से बात की गई। चलिए आपको बताते हैं कि इंफर्टिलिटी की समस्या क्या है और महिलाएं इससे कैसे बच सकती हैं।
सवाल: इंफर्टिलिटी किसे कहते हैं?
जो शादी के एक साल बाद भी माता-पिता ना बन सके उन्हें इंफर्टलाइट बोलते हैं। वहीं अगर औरत की उम्र 35 से ज्यादा है तो 6 महीने के बाद उन कपल्स को भी इंफर्टलाइट बोलते हैं।
सवाल: महिलाएं में बांझपन क्यों बढ़ रहा है?
बिगड़ा लाइफस्टाइल महिलाओं में इसकी सबसे बड़ी वजह है। वहीं ज्यादा उम्र में शादी करना और फैमिली प्लानिंग लेट करने की वजह से भी महिलाओं को कंसीव करने में समस्या आती है। इसके अलावा महिलाओं को हार्मोनल इंबेलेंस होने के कारण भी इंफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।
सवाल: क्या पुरूषों को भी होती है यह समस्या?
सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरूषों में भी यह समस्या काफी देखने को मिल रही है, जिसका कारण गलत खान-पान, स्ट्रेस, सिगरेट, शराब का सेवन आदि है। वहीं हाइपरटेंशन, तनाव, डायबिटीज, मोटापा जैसी समस्याएं आजकल युवाओं में आम हो गई है, जिनका असर इंफर्टिलिटी पर भी पड़ता है।
सवाल: इंफर्टिलिटी से बचने के लिए क्या करें?
महिलाओं को इस समस्या से बचने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने चाहिए। एक्सरसाइज, योग, बैलेंस डाइट, भरपूर नींद व आराम भी करें। 35 साल से पहले प्रेगनेंसी प्लान करें। तनाव लेने से बचें। इसके अलावा अपने वजन को कंट्रोल में रखें।
बांझ औरतों का पहला कदम
सबसे पहले तो महिलाओं को किसी काबिल डॉक्टर के पास जाना चाहिए और पता करना चाहिए कि उनके बांझपन का कारण क्या है। अगर यूट्रस की बनावट में प्रॉब्लम या फ्राइब्राइड्स है तो उसे ठीक किया जा सकता है फ्राइब्राइड रिमूवल करके। वहीं अगर ट्यूब्स में कोई ब्लॉकेज है तो खोलकर ठीक किया जा सकता है। वहीं ओवरी में सिस्ट या कोई और प्रॉब्लम है तो उसे भी ठीक किया जा सकता है।
सवाल: कैसे बन सकती हैं?
अब ऐसे कई ट्रीटमेंट मौजूद है, जिससे महिलाओं अब आसानी से मां बन सकती हैं, जिसमें से एक है आईवीएफ ट्रीटमेंट (IVF)। अगर महिलाओं को आईवीएक के बाद भी बच्चा ना हो तो उन्हें आईसीएसआई (intracytoplasmic sperm injection) के जरिए मां बनाया जाता है। इस ट्रीटमेंट में सिंगल एग में सिंगल स्पर्म इंजेक्ट किया जाता है।