अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद हर रोज वहां से तालिबानी क्रूरता की नई तस्वीरें सामने आ रही हैं। अफगानिस्तान के पूर्व गृह मंत्री मसूद अंदाराबी ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी ही दर्द नाक तस्वीरें पोस्ट की हैं। जिनमें दावा किया जा रहा है कि तालिबानी परिवार के सामने बच्चों की हत्या कर रहे हैं। घर में सो रहे बुजुर्गों को गोलियों से सारे आम भूना जा रहा है ताकि वहां के लोगों में तालिबान का भय पैदा हो सके।
मसूद के अनुसार, तालिबान अपनी क्रूरता से सत्ता को मजबूत करना चाहता है। मसूद अंदराबी को इसी साल मार्च में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने बर्खास्त कर दिया था।
बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद कामकाजी महिलाएं अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सदमें में हैं। जिसे लेकर अमेरिका समेत 21 देशों ने इस पर चिंता जताई है। इस बीच, तालिबान के प्रवक्ता ने महिलाओं के लिए अजीब फरमान जारी किया है। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हमारे लड़ाके महिलाओं की इज्जत करने के लिए ट्रेंड नहीं हैं, इसलिए कामकाजी महिलाओं से हमारी अपील है कि वे काम के लिए घर से बाहर न निकलें।
घर के बाहर महिलाएं महफूज नहीं हैं, क्योंकि तालिबानियों को उनकी इज्जत नहीं करनी आती
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा- उन्हें कामकाज या रोजगार के लिए घर से नहीं निकलना चाहिए। मैं मानता है कि घर के बाहर वे महफूज नहीं हैं, क्योंकि तालिबानियों को महिलाओं की इज्जत करने की ट्रेनिंग नहीं दी गई है।
तालिबान ने काबुल के कब्जे के बाद संकेत दिए थे कि वे पिछली बार की तुलना में महिलाओं को आजादी देगा लेकिन शरिया कानूनों के तहत। वहीं अब अफगान का माहौल देखते हुए तालिबान के साऱे दावे खोखले साबित हो रहे है।
महिलाओं से गलत बर्ताव न किया जाए और इसके लिए तालिबानियों को ट्रेनिंग दी जाएगी
वहीं मुजाहिदों ने फरमान जारी कर कहा है कि महिलाएं घरों में ही रहे, और यह अस्थायी यानी टेम्परेरी है। इसे आदेश के तौर पर नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि महिलाओं से गलत बर्ताव न किया जाए और इसके लिए तालिबानियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। मैं यह मानता हूं कि तालिबानी बदलते रहते हैं और इसी वजह से उनकी ट्रेनिंग नहीं हो सकी है।
हमारा महिलाओं से आग्रह है कि वे डरें नहीं
मुजाहिद ने कहा कि हमारा महिलाओं से आग्रह है कि वे डरें नहीं। हम चाहते हैं कि वे काम करें। लेकिन, इसके पहले हालात सामान्य हो जाने दीजिए। ताकि वे सुरक्षित होकर अपने काम पर जा सकें। जब सब ठीक हो जाएगा तो हम खुद उन्हें काम करने की मंजूरी देंगे।