मलेरिया बुखार एक संक्रामक रोग है। यह फीमेल एनोफिलीज यानी मादा मच्छर के एक खास प्रकार के जीवाणु के काटने से होता है। यह जीवाणु लीवर और रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करके व्यक्ति को अपना शिकार बना लेता है। दुनियाभर में हर साल लाखों की गिनती में लोग इसकी चपेट में आते हैं। साथ ही लापरवाही व सही इलाज ना होने पर लोग मौत के मुंह में भी जा सकते हैं। ऐसे में
समस्या गंभीर होने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा कुछ घरेलू चीजों का सेवन करने से इससे जल्दी रिकवरी हो सकती है। तो चलिए आज हम आपको मलेरिया के लक्षण व इससे बचने के कुछ घरेलू उपाय बताते हैं।
मलेरिया के लक्षण
- तेज बुखार
- बहुत अधिक ठंड लगना
- जरूरत से ज्यादा पसीना आना
- लगातार सिरदर्द रहना
- शरीर में असहनीय दर्द होना
- जी मचलाना, उल्टी और चक्कर आना
- आंखे लाल होना व जलन महसूस होना
इन चीजों का करें सेवन
काढ़ा बनाकर पीएं
अदरक व तुलसी में पोषक तत्व, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल आदि गुण होते हैं। ऐसे में इसका काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद रहेगा। इससे मलेरिया के लक्षण कम होने में मदद मिलेगी। अदरक का काढ़ा बनाने के लिए पैन में 1 कप पानी, 1/2 इंच कसा हुआ अदरक डालकर 5-10 मिनट तक उबाल लें। तैयार मिश्रण के ठंडा होने पर इसे छान लें। फिर इसमें 1-1 छोटा चम्मच शहद व नींबू का रस मिलाकर पीएं। इसके अलावा आप तुलसी को पानी में उबाल कर इसका काढ़ा पी सकती है।
दालचीनी
दालचीनी का सेवन करने से मलेरिया के लक्षणों जैसे बुखार, सिरदर्द और दस्त से आराम मिलता है। इसमें एक जैविक घटक सिनामाल्डिहाइड होता है। इसके एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मलेरिया से राहत दिलाने में मदद करता है।
संतरे का रस
संतरा खाने व इसका रस पीने से इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलती है। ऐसे में मलेरिया से जल्दी रिकवरी होने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुण शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ संक्रमण से लड़ने में फायदेमंद होते हैं।
विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल
मलेरिया का इलाज करने से लिए डेली डाइट में विटामिन सी से भरपूर खट्टे फलों को शामिल करें। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण मलेरिया के बुखार से राहत दिलाकर इसके संक्रमण को रोकने का काम करता है। आप 1 गिलास पानी में 1 नींबू का रस मिलाकर भी पी सकते हैं।
घर का खाना खाएं
मलेरिया के रोगी को घर का बना हल्का-फुल्का भोजन करना चाहिए। इसके लिए दाल-चावल की खिचड़ी, दलिया, साबूदाना आदि पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें।
इन बातों का रखें
- समय पर दवा खाएं।
- समय-समय पर बुखार चैक करें। समस्या बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- बेड के आसपास मच्छर-दानी लगाएं।
- घर को अच्छे से साफ करें।
- आमतौर पर मलेरिया के मच्छर शाम को आते हैं। ऐसे में इस समय घर के दरवाजें व खिड़कियां बंद रखें।
- घर के सभी कोनों पर मच्छर मारनेवाली दवा छिड़काएं।
- घर के आसपास कूड़ा, गंदगी व पानी इकट्ठा न होने दें।
- लाइट कलर व पूरी बाजू के कपड़ें पहने।