टीवी का पॉपुलर सीरीयल 'बालिका वधू' से दादी के किरदार में घर-घर मशहूर होने वाली बेहतरीन आदाकार सुरेखा सीकरी का आज 75 साल की उम्र में निधन हो गया। आज शुक्रवार 16 जुलाई 2021 की सुबह हार्ट अटैक के चलते उनका निधन हो गया। इस बात की जानकारी उनके मैनेजर ने दी, उन्होंने बताा कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं, 2020 में सुरेखा सीकरी को दूसरी बार ब्रेन स्ट्रोक आया था। इससे पहले वह 2018 में पैरालाइटिक स्ट्रोक की भी शिकार हो चुकी थी। इसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब चल रही थी। आईए जानते हैं सुरेखा सीकरी के नीजी जीवन के बारे में-
सुरेखा सीकरी का जन्म 19 अप्रैल 1945 को हुआ। उनका परिवार मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। सुरेखा ने अपना बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बिताया। उनके पिता भारतीय वायुसेना में थे और उनकी मां एक अध्यापिका थीं।
ब्रेन स्ट्रोक के बावजूद व्हीलचेयर पर नेशनल अवॉर्ड लेने पहुंचीं थी सुरेखा जी
बतां दें कि अपनी शानदार एक्टिंग के चलते सुरेखा सीकरी ने टीवी समेत कई बाॅलीवुड फिल्म में अभिनय किया। साल 2018 में सुरेखा सीकरी को 'बधाई हो' के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। फिल्म की रिलीज के बाद उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ, जिसके बाद अपना पुरस्कार लेने के लिए सुरेखा सीकरी व्हीलचेयर में पहुंची थीं, सुरेखा जी का इस उम्र भी अपने काम के प्रति लगन और मेहनत को देख जब वह व्हीलचेयर पर अवॉर्ड लेने पहुंचीं तो उन्हें सम्मान देने के लिए लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं थीं। अवॉर्ड मिलने के बाद सुरेखा ने कहा था कि मैं दिल से बहुत खुश हूं और यह खुशी दोस्तों और परिवारवालों के साथ मिलकर बाटूंगीं।
3 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
अपनी उम्दा अभिनय से सुरेखा सीकरी को 3 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। ‘तमस’ (1988), ‘मम्मो’ (1995) और ‘बधाई हो’ (2018) के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। ‘बधाई हो’ से सुरेखा को काफी फेम मिला। फिल्म में आयुष्मान खुराना, नीना गुप्ता और गजराज राव की मुख्य भूमिका थी।
आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा
ब्रेन स्ट्रोक के कारण उन्हें आंशिक रूप से लकवा मार गया था, स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उन्हें काम में भी कम मिलने लगा। जिसके कारण उनकी आर्थिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ा।
नसीरुद्दीन शाह की रिश्तेदार थीं सुरेखा सीकरी
सुरेखा सीकरी ने हेमंत रेगे से शादी की थी। उनके एक बेटा राहुल सीकरी हैं, जो कि मुंबई में एक आर्टिस्ट के तौर पर काम करते हैं। अक्टूबर 2009 में हेमंत रेगे का निधन हो गया। कम लोगों को पता होगा कि सुरेखा सीकरी और नसीरुद्दीन शाह रिश्तेदार भी हैं। दरअसल सुरेखा की बहन मनारा सीकरी, नसीरुद्दीन शाह की पहली पत्नी थीं। मनारा को परवीन मुराद के नाम से जाना जाता है, हालांकि उनका भी निधन हो गया है। मनारा और नसीरुद्दीन की एक बेटी हीबा शाह हुईं। हीबा भी एक अभिनेत्री हैं।
सुरेखा सीकरी का फिल्मी से टीवी करियर
सुरेखा सीकरी ने अपने करियर की शुरुआत 1978 में पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ से की। उनकी मुख्य फिल्मों में ‘किस्सा कुर्सी का’, ‘तमस’, ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘मम्मो’, ‘सरदारी बेगम’, ‘सरफरोश’, ‘जुबैदा’, ‘बधाई हो’ और ‘घोस्ट स्टोरीज’ हैं। इसके अलावा टीवी में सुरेखा ने 'बालिका वधू' के अलावा सीरियल ‘एक था राजा एक थी रानी’, ‘सात फेरे’, ‘बनेगी अपनी बात’ और ‘सीआईडी’ में भी काम किया।
अपने शानदार अभिनय कौशल के चलते आज सुरेखा सीकरी को सभी जानते हैं। सुरेखा सीकरी फिल्मों और टीवी के साथ ही थियेटर का हिस्सा भी रहीं. उन्हें 3 बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था. ये फिल्में तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) थी।