अस्थमा सांस संबंधी ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की सांस की नली सिकुड़ जाती है और बलगम भी ज्यादा बनने लगता है, जिसके कारण सांस लेने और छोड़ने में मुश्किल होने लगती है। इसके अलावा सांस लेने के दौरान घरघराहट जैसी आवाज भी आती है। बढ़ते प्रदूषण के कारण इस बीमारी का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है। कुछ लोगों में अस्थमा के लक्षण सामान्य होते हैं जबकि कुछ में इसके लक्षण खतरनाक भी हो सकते हैं। ऐसे में शुरुआत में ही लक्षणों पर गौर करके आप अस्थमा जैसी खतरनाक बीमारी से राहत पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
सांस फूलना
सीढ़ी चढ़ने के दौरान या फिर तेज दौड़ने से सांस फूलना आम होता है। इसके अलावा नींद आने पर या फिर शरीर में थकान होने पर उबासी भी आना एक आम बात है परंतु हैल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अस्थमा के लक्षण सांस फूलना और उबासी भी हो सकते हैं। उबासी लेने या फिर गहरी सांस के कारण शरीर में ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन जाता है और ऑक्सीजन निकलता भी है। कई बार ऐसा सांस नली में असंतुलन होने के कारण भी सांस फूलना और उबासी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
थकान महसूस होना
अस्थमा के शुरुआती लक्षणों में व्यक्ति को ज्यादा थकान भी हो सकती है। लगातार खांसी और गले में घरघराहट होने के कारण व्यक्ति को रात को अच्छी से नींद नहीं आ पाती जिसके कारण वह पूरी तरह से जगा रहता है इसी वजह से शरीर में थकान बनी रहती है जिसके कारण शरीर में एनर्जी भी कम ही महसूस होती है। ऐसे में अस्थमा को नियंत्रित करके थकान जैसी समस्या से राहत पा सकते हैं।
खांसी होना
यदि लंबे समय तक आपको खांसी रहती है खासकर सूखी खांसी तो यह भी अस्थमा का ही शुरुआती लक्षण हो सकता है। ऐसे में यदि आपको भी लगातार खांसी हो रही है तो इसे हल्के में ना लें। खांसते हुए यदि गले में आवाज आए तो यह भी खतरनाक हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर को जरुर संपर्क कर लें।
सांस लेने में तकलीफ
सांस लेने में तकलीफ भी अस्थमा के गंभीर लक्षणों में से एक है। यदि आपको सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़न हो रही है तो एक बार डॉक्टर को जरुर दिखा लें।
. इसके अलावा छाती में दर्द, बैचेनी और घबराहट, तेज-तेज सांस लेना , बार-बार इंफेक्शन, नींद न आना, बात करने में दिक्कत होना भी अस्थमा के ही लक्षण है।