कल पूरे भारत में ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से बप्पा का स्वागत किया जाएगा। हर साल भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन मां पार्वती ने अपनी मैंल से एक पुतला बनाकर उसमें प्राण डाले थे। बाद में इन्हें भगवान गणेश का नाम दिया गया था। इसी कारण हर साल बुद्धि और ज्ञान के दाता गणपति जी का जन्मदिवस मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त क्या है और बप्पा की स्थापना कब कर सकते हैं आज आपको इस बारे में बताएंगे आइए जानते हैं...
इस समय में करें स्थापना
भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर दोपहर 02:09 से शुरु हो चुकी है। यह 19 सितंबर को दोपहर 03:13 पर खत्म होगी। ऐसे में आप गणेश जी की स्थापना आप 19 सितंबर को सुबह 11:01 से लेकर दोपहर 01:28 के बीच में कर सकते हैं।
300 साल बाद बन रहा है विशेष संयोग
इस साल गणेश चतुर्थी पर 300 साल के बाद खास संयोग बनने जा रहे है। इसके अलावा इस दिन ब्रह्म और शुक्ल नाम के दो योग भी बनने वाले हैं जो करीब 300 साल के बाद बनने जा रहे हैं।
कैसे करें पूजा?
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर साफ-सुथरे कपड़े पहनें। फिर शुभ मुहूर्त के साथ घर के उत्तर भाग, पूर्व भाग और पूर्वोत्तर भाग में गणेश जी की प्रतिमा रखें। इसके बाद धूप, अगरबत्ती और दीपक जलाएं। इसके साथ नवग्रह बनाएं चौकी के पूर्व वाले भाग में कलश रखें। साथ ही कलश में आम के पत्ते डाल दें। गणेश जी को दुर्वा अर्पित करें और भगवान गणेश को उनके प्रिय मोदक चढ़ाएं। इसके बाद बप्पा की आरती करें और प्रसाद पूरे घर में बांट दें।