
नारी डेस्क: राम नवमी का दिन भगवान श्रीराम के जन्म का पर्व होता है, और इसे धार्मिक दृष्टि से बहुत ही शुभ और शक्तिशाली दिन माना जाता है। अगर किसी युवक या युवती की शादी में बार-बार बाधाएं आ रही हैं, जैसे रिश्ते बनते-बनते टूट जाना, कुंडली दोष, मनमर्जी न होना या विलंब तो राम नवमी पर कुछ विशेष उपाय करने से विवाह की राह आसान हो सकती है। चलिए जानते हैं इन असरदार उपाय के बारे में

भगवान श्रीराम और सीता माता की संयुक्त पूजा करें
राम नवमी के दिन श्रीराम और सीता माता की प्रतिमा या चित्र के सामने घी का दीपक जलाएं। उन्हें पीले या लाल फूल अर्पित करें और"सीता-राम" नाम का जाप कम से कम 108 बार करें। इससे वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। राम नवमी के दिन या नौ दिन तक"सीता-राम विवाह कथा" का पाठ करें। इसे करने से विवाह योग जल्दी बनता है, और अच्छे रिश्ते आने लगते हैं।
तुलसी और शंख के साथ पूजन करें
भगवान राम और माता सीता को इस तिथि पर शाम के समय हल्दी, कुमकुम और चंदन अर्पित करने से भी विवाह से जुड़ी सभी बाधाओं का अंत होता है। इसके अलावा राम नवमी के दिन श्रीराम के सामने तुलसी की माला और शंख में जल भरकर अभिषेक करें।यह उपाय खासकर विवाह में बार-बार आने वाली अज्ञात बाधाओं को दूर करता है।

"श्रीराम जय राम जय जय राम" का जाप करें
यह 13 अक्षरों का मंत्र बहुत ही प्रभावशाली होता है।इसका रोज कम से कम 108 बार जाप करें, विशेष रूप से राम नवमी से शुरू करके 21 दिन तक करें। ध्यान रखें कि इस दिन पीले वस्त्र पहनकर पूजा करें। इस दिन हनुमान जी की पूजा भी अवश्य करनी चाहिए, क्योंकि वे श्रीराम के परम भक्त हैं और बाधाओं को दूर करने वाले हैं।