बच्चेआजकल सेहत संबंधी कई तरह की परेशानियों का शिकार हो रहे हैं। सर्दी-खांसी से लेकर आंखें कमजोर होना जैसी समस्याएं आम सुनने को मिलती है। इसका एक कारण कहीं ना कहीं शरीर में पोषक तत्वों की कमी है। वहीं डाइट में प्रोबायोटिक्स की कमी के कारण भी बच्चे जल्दी बीमारियों की चपेट में आ जाते है।
क्या है प्रोबायोटिक्स?
प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं, जो 'फर्मेटेड' फूड्स में पाए जाते हैं। प्रोबायोटिक्स में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो एंटीबायोटिक्स के मुकाबले बेहतर होते हैं। प्रोबायोटिक्स आंतों में मौजूद बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखते हैं और आपको सेहतमंद रखने में मदद करते हैं।
बच्चों के लिए क्यों है जरूरी?
ये बैक्टीरिया भोजन को पचाने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने, पोषक तत्वों को सोखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार होता है। प्रोबायोटिक्स फूड्स से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे बच्चे कई बीमारियों से बचे रहते हैं। वहीं इन फूड्स का सेवन पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है।
प्रोबायोटिक्स के फायदे
. मजबूत इम्यून सिस्टम
. बेहतर पाचन क्रिया
. एलर्जी से बचाव
. आंखों की रोशनी बढ़ाए
. याददाश्त तेज करे
. कैंसर से बचाव
इन चीजों में मिलेगा भरपूर
योगर्ट, दही, कोकोनट मिल्क, किमची, गोभी, मिसो सूप, डार्क चॉकलेट, छाछ, फर्मेंटेड फूड्स, फर्मेंटेड जूस, केक, ब्रेड, घर पर बनी आइसक्रीम, पनीर, सेब, जैतून, इडली व डोसा, ढोकला, आदि।
अगर बच्चे नहीं खाते खाना तो क्या करें?
अगर बच्चा भोजन करने में आनाकानी करता है तो आप उन्हें उनकी पसंद से घर पर डिशेज बनाकर दें, ताकि उन्हें भरपूर पोषण मिले। हालांकि प्रोबायोटिक्स उन चीजों में अधिक मिलता है, जो आजकल के बच्चे खाना पसंद करते हैं।