काेरोना नाम की महामारी से दुनिया को कब राहत मिलेगी ये कहना बेहद मुश्किल है। इतने लंबे समय से आंतक मचा रहा कोरोना खत्म होने का नाम हीं नहीं ले रहा है। अब इन दिनों मारबर्ग वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। इस वायारस के लक्षण अचानक होते हैं और इसमें बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द शामिल है। इस वायरस के चलते अफ्रीका में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई थी।
क्या है मारबर्ग वायरस
मारबर्ग वायरस एक गंभीर प्रकार का रक्तस्रावी बुखार है, जो मारबर्ग वायरस (Marburg Virus) के कारण इंसानों को होता है।ऐसा माना जा रहा है कि यह वायरस काफी घातक है और अगर उपचार न कराया जाए तो 88 प्रतिशत लोगों के लिए घातक हो सकता है।डब्लूएचओ की मानें तो जब 1967 में इसका प्रकोप था तो उस वक्त इससे मृत्यु दर 24 से 88 फीसदी तक था। ऐसे में दूषित सतहों को छूने और गुफाओं और खदानों में जाने से बचने की भी सलाह दी गई है।
मारबर्ग वायरस के ये हैं लक्षण
मतली
उल्टी
सीने में दर्द
गले में खराश
दस्त
मांसपेशियों में दर्द
गंभीर लक्षण आमतौर पर शुरुआत के पांच से सात दिनों के बाद शुरू होते हैं। सीडीसी के अनुसार बीमारी बढ़ी तो इन्हीं लक्षणों में एक व्यक्ति तेजी से वजन घटाने, लिवर की विफलता, अग्न्याशय की सूजन और मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन का अनुभव कर सकता है ।
मारबर्ग वायरस से बचने का तरीका
-विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इससे बचाव के लिए संक्रमित मरीज को बार-बार पानी पिलाते रहना चाहिए।
-रोग के प्रसार को रोकने के लिए, चमगादड़ और अन्य जानवरों के संपर्क से बचें।
-मारबर्ग वायरस रोग से पीड़ित लोगों की देखभाल करने के दौरान शरीर के तरल पदार्थों से पूरी तरह बचें।
-अगर कोई इंसान अफ्रिकी देश की यात्रा करके आ रहा है तो उसे कुछ दिनों तक अपने लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए।
-लक्षण नजर आते ही सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं फिर इस बीमारी का इलाज करवाएं।