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हौंसले को सलाम: तमाम बेड़ियां तोड़ एक मां ने अपने बेटे के साथ पास की 10वीं

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 01 Sep, 2022 01:30 PM
हौंसले को सलाम: तमाम बेड़ियां तोड़ एक मां ने अपने बेटे के साथ पास की 10वीं

इंसान अगर चाहे तो वह बुरी परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने कठिन से कठिन सपने पूरा कर लेता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है एक मां ने। तमाम बेड़ियां तोड़ एक मां ने अपने बेटे के साथ 10वीं पास कर ली है। इस मां- बेटी की जोड़ी की लोग तारीफें करते नहीं थक रहे हैं। 
  

साहसी और दृढ़ निश्चयी महिला है उर्मिला

हम बात कर रहे हैं ऑर्किड द इंटरनेशनल स्कूल, खराडी में तैराकी कोच उर्मिला गायकवाड़ की, जिन्होंने इस बात को साबित कर दिया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। इस महत्वाकांक्षी, साहसी और दृढ़ निश्चयी महिला ने अपने बेटे के साथ परीक्षा दी और दोनों ने एक साथ उसे पास भी कर लिया। 

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उर्मिला को छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई

उर्मिला ने बहुत कम उम्र में अपने पिता को खो दिया था और परिवार में आर्थिक तंगी के कारण उन्हें कक्षा 7 के बाद स्कूल छोड़ना पड़ा था।उनके जीवन में तब बदलाव आया जब वह पति और बेटे के साथ पुणे में स्थानांतरित हो गईं। शुरुआत में वह एक स्विमिंग पूल क्लीनर के रूप में काम करती थी फिर उन्होंने एक प्रशिक्षक बनने का फैसला किया। 

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एक पेशेवर तैराकी है उर्मिला

इसके बाद उर्मिला विभिन्न स्कूलों में एक पेशेवर तैराकी कोच के रूप में भी काम करना शुरू किया। लेकिन पढ़ाई ना पूरी होने के कारण उन्हें बच्चों के साथ संवाद करने में कठिनाई होती थी। ऐसे में उन्होंने फिर से पढ़ाई शुरू करने का फैसला लिया। उसने कक्षा 10 में एक निजी छात्र के रूप में नामांकित किया, जबकि उसका बेटा भी उसी क्लास में पढ़ रहा था। उर्मिला की मेहनत रंग लाई और उसने 45% अंकों के साथ परीक्षा पास की।

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उर्मिला ने पेश की मिसाल

उर्मिला अपने परिवार की महिलाओं के लिए भी एक आदर्श साबित हुई हैं क्योंकि उनकी बहन ने भी उर्मिला की यात्रा और उपलब्धियों से प्रेरित होकर अपनी कक्षा 12 की परीक्षा में दाखिला लिया था। आने वाली पीढ़ियों के लिए उर्मिला की तरह प्रेरक जीवन की बहुत जरूरत है, जो अपने रास्ते में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं को पीछे छोड़ आगे बढ़ रहे हैं। 

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