आपने देखा कि कुछ लोगों की आंखों के आस-पास सफेद निशान, परत यानि टैग जमा होते हैं। ऐसा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने की वजह से होता है, जिसे जैंथेलाज्मा या डायस्लिपिडेमिया कहा जाता है। अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो यह हार्ट अटैक व अन्य दिल की बीमारियों का खतरा भी बन सकती है।
सबसे पहले जानिए आंखों के पास जमा टैग्स को हटाने के लिए डाइट...
- बाहर का तला-भुना, मसालेदार खाने से बचें।
- डाइट में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें।
- रोजाना 1 गिलास दूध का सेवन करें।
- भरपूर मात्रा में पानी पीएं।
इसके अलावा आप कुछ घरेलू नुस्खों से भी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकते हैं जैसे...
- केले के छिलकों से आंखों की मसाज करने से इसे हटाया जा सकता है।
- लहसुन की कुछ कलियों का पेस्ट बनाकर 15 मिनट तक प्रभावित जगह पर लगाने से फायदा मिलता है।
- एक कटोरी में पानी और एप्पल साइडर विनेगर को बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से भी कुछ ही दिनों में फर्क नजर आने लगेगा।
अगर डाइट और घरेलू नुस्खे लेने के बाद भी कोई फर्क दिखाई नहीं दे रहा है तो आप अपने एक्सपर्ट से सलाह लेकर कुछ मार्डन ट्रीटमेंट से उन्हें दूर कर सकते हैं।
लेजर
आजकल लेजर की तकनीक काफी विकसित होने से आंखों पर जमा इस पर्त को हटाने में बेहद कारीगर साबित होता है। इसकी मदद से आंखों पर जमा खराब स्किन साफ हो नई त्वचा आती है। इसे आप किसी भी कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट से करवा सकते हैं।
सर्जरी
इसके लिए सर्जरी का सहारा भी ले सकते हैं। मगर इसे करवाने से स्किन टिशूज गलत तरीके से जुड़ने से पलकें खराब हो सकती हैं। साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल डिपॉजिट तो हट जाएंगे मगर सर्जरी के निशान पड़ने से आंखों की खूबसूरती खराब हो सकती है। ऐसे में इसे करवाने के लिए किसी एक्सपर्ट्स की सलाह लें।
केमिकल पील्स
इसके लिए केमिकल पील्स भी करवाना भी सही साबित हो सकता है। इसके लिए ट्राई क्लोरो एसिटिक एसिड को स्किन पर लगा कर कोलेस्ट्रॉल डिपॉजिट को हटाया जाता है। इससे स्किन पर केमिकल्स का इस्तेमाल करने से सूजन, छाले पड़ने, दाग- धब्बे पड़ने आदि की परेशानी का साना करना पड़ सकता है।
इलेक्ट्रिक नीडल
इलेक्ट्रिक नीडल को इलेक्ट्रोडेसिकेशन के नाम से जाना जाता है। इस ट्रीटमेंट में प्रभावित जगहों पर गर्म सुई से जलाकर उस त्वचा को हटाया जाता है। उसके बाद चेहरे पर नई त्वचा आ जाती है। ऐसे में चेहरा पहले की तरह साफ और सुंदर दिखाई देने लगता है। मगर यह ट्रीटमेंट पूरी तरह से आंखों पर जमा कोलेस्ट्रॉल को हटाने में सक्षम नहीं है।
फ्रीज थेरेपी
इस तरनीक को काफी हद तक सुरक्षित माना जाता है। इससे कोलेस्ट्रॉल डिपॉजिट को हटाने के साथ त्वचा के पड़े दाग- धब्बे भी दूर होने में मदद मिलती है। मगर इस ट्रीटमेंट को किसी एक्सपर्ट्स द्वारा ही करवाना चाहिए। असल में, इससे आंखों के आसपास और चेहरे के रंग में फर्क साफ नजर आने लगता है।