मोटापा एक ऐसी समस्याएं हैं, जो घटाए नहीं घटतीं। खासकर महिलाओं के लिए तो वजन कम करना किसी मुसीबत से कम नहीं लगता। यहां तक कि कुछ लड़कियां व महिलाएं तो वजन घटाने के चक्कर में भूख हड़ताल पर चली जाती हैं लेकिन इससे सिर्फ और सिर्फ शरीर में कमजोरी आती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी लौ-कैलोरी फूड्स के बारे में बताएंगे, जिसे डाइट में शामिल करके आप अपना स्वाद और स्वास्थ्य दोनों बरकरार रख सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं ऐसे लौ-कैलोरी फूड्स के बारे में जो वजन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। साथ ही इससे डाइजेशन सिस्टम भी सही रहेगा।
एक दिन में कितनी कैलोरी लेनी जरुरी?
एक व्यस्क महिला को 1600 से 2400 के बीच वहीं व्यस्क पुरुष को 2000 से 3000 के बीच कैलोरीज लेने की जरूरत होती हैं अगर आप इससे ज्यादा कैलोरीज ले रहे हैं तो आपका वजन बढ़ने लगेगा।
ग्रीक योगर्ट
ग्रीक योगर्ट ऐसी देसी दही है जिसमें 130 कैलोरी तथा 11 ग्राम प्रोटीन होता है। इससे भूख कंट्रोल होती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। आप इसे नाश्ते या स्नैक्स टाइम में खा सकते हैं।
बैरीज
स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, रस्पबेरी में मिनरल, फाइबर, विटामिन्स तथा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिससे पेट काफी समय तक भरा रहता है और आप ओवरइटिंग से बच जाते हैं। इससे वजन नहीं बढ़ता।
अंडे
1 अंडे में 70 कैलोरी और 28% प्रोटीन होता है। वहीं अंडे में फैट भी कम होता है जो वजन घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वेट लूज के लिए आप अंडा करी, ऑमलेट को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
चिया सीड्स
मिल्क या चिया सीड्स की स्मूदी बनाकर पीने से भी वजन घटाने में काफी मदद मिलती है। 28 ग्राम चिया सीड्स में 130 कैलोरी, 4.4 ग्राम प्रोटीन और 10.6 ग्राम फाइबर होता है।
पनीर
प्रोटीन का पॉवरहाउस पनीर में 226 ग्राम फैट और 163 कैलोरी होती है। इससे पेट को भरा और वजन कंट्रोल में रहता है। मगर, पनीर टिक्का जैसी ऑयली डिशेज खाने की बजाए कच्चा पनीर खाने की आदत डालें।
फलियां
198 ग्राम पकी हुई फलीदार बीन्स करीब 230 कैलोरी 15.6 ग्राम फाइबर तथा 18 ग्राम प्रोटीन होता है, जिससे वजन कम करने में काफी मदद मिलती है।
ब्रोकली
91 ग्राम ब्रोकली में 31 कैलोरी, 90% पानी, 7% कार्ब्स, 3% प्रोटीन, विटामिन्स, मेग्नीशियम और आयरन होता है। शोध के मुताबिक, रोजाना 1 कटोरी उबली ब्रोकली खाने से ना सिर्फ वजन कंट्रोल होता है बल्कि यह कैंसर का खतरा भी घटाती है।