नारी डेस्क: अंगूठा चूसना छोटे बच्चों में एक सामान्य आदत होती है। यह आदत शिशु में आत्म-संवेदना (self-soothing) के रूप में विकसित होती है, जिससे वह खुद को शांत कर पाता है या आराम महसूस करता है। हालांकि, जब यह आदत बड़ी उम्र में भी जारी रहती है, तो यह बच्चे के दांतों, जबड़े और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। चलिए जानते हैं कैसे छुड़ाई जा सकती है ये आदत
बच्चे क्यों चूसते हैं अंगूठा?
बच्चे अंगूठा चूसने से खुद को सुरक्षित और आराम महसूस करते हैं, खासकर जब वे थके हुए, चिंतित, या घबराए हुए होते हैं। अंगूठा चूसना छोटे बच्चों के लिए आत्म-संवेदना का तरीका होता है। इससे उन्हें शांति मिलती है और वे सोने में मदद कर सकते हैं। कभी-कभी शिशु अंगूठा चूसते हैं क्योंकि उन्हें भूख लगती है, खासकर जब उनके खाने का समय नजदीक होता है। जब बच्चों के दांत निकलते हैं, तो मसूड़ों में खुजली होती है। अंगूठा चूसने से उन्हें दर्द से कुछ राहत मिलती है।
अंगूठा चूसने की आदत छुड़ाने के तरीके
धीरे-धीरे कोशिश करें: बच्चे को अचानक से अंगूठा चूसने से मना न करें, बल्कि धीरे-धीरे इस आदत को छुड़ाने की कोशिश करें। यह सुनिश्चित करें कि वह तनाव में न आए। जब भी बच्चा थका हुआ या तनाव में हो, उसे आराम देने के लिए दूसरे साधनों का उपयोग करें जैसे कि गले लगाना या कोई खिलौना देना।
ध्यान भटकाएं: बच्चे का ध्यान किसी और चीज़ की ओर मोड़ें। जैसे जब वह अंगूठा चूसने लगे, उसे कोई खिलौना, किताब, या खेल में व्यस्त करें। रात के समय जब बच्चा सोते समय अंगूठा चूसता है, तो उसे सॉफ्ट टॉय या कंबल दें, जिससे वह सोने में मदद कर सके।
उपलब्धि चार्ट (Progress Chart): एक चार्ट बनाएं और हर बार जब बच्चा अंगूठा चूसने से बचता है, तो उस दिन के लिए चार्ट पर स्टार या स्माइली का निशान लगाएं। जब चार्ट पूरा हो जाता है, तो उसे एक बड़ा इनाम दें।
अंगूठे पर लोशन या क्रीम लगाएं: कुछ क्रीम या लोशन बाजार में उपलब्ध हैं जिनका स्वाद कड़वा होता है। इसे अंगूठे पर लगाने से बच्चे को जब वह चूसने की कोशिश करेगा, तो स्वाद अच्छा नहीं लगेगा और वह धीरे-धीरे इस आदत से दूर हो सकता है। हालांकि, इस तरीके का उपयोग ध्यान से करें और बच्चे को समझाएं कि यह उसके भले के लिए है।
बच्चे से बात करें: जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए (3-4 साल की उम्र), तो उससे बात करके समझाएं कि अंगूठा चूसना क्यों बंद करना जरूरी है। उसे बताएं कि यह आदत दांतों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। यदि बच्चा बड़ी उम्र तक इस आदत को नहीं छोड़ता और अन्य उपाय काम नहीं करते हैं, तो डॉक्टर या बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। वे इसे रोकने के अन्य तरीकों पर मार्गदर्शन दे सकते हैं या इसके पीछे के कारणों की पहचान कर सकते हैं।
अंगूठा चूसने के नकारात्मक प्रभाव
अगर बच्चा 4-5 साल की उम्र के बाद भी अंगूठा चूसता रहता है, तो यह उसकी दंत स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे:
सामने के दांत बाहर निकल सकते हैं या गलत तरीके से विकसित हो सकते हैं। जबड़े की संरचना में बदलाव आ सकता है। अंगूठे की त्वचा पर संक्रमण हो सकता है। धीरे-धीरे प्रोत्साहन, ध्यान भंग करने की तकनीक और सकारात्मक सुदृढ़ीकरण से बच्चे को इस आदत से बाहर निकालना संभव है।