कुछ महीने पहले भारत देश को गोल्ड दिलवाने वाली नसरीन शेख भारत के खो-खो टीम की कप्तान है। वो हर तीन महीने में 70 हजार रुपए कमाती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के लिए खेलने वाली नसरीन नेपाल को हराकर साउथ एशियन गेम्स का गोल्ड हासिल किया था। अब लॉकडाउन के कारण उनके घर का राशन-पानी बहुत मुश्किल से चल रहा था।
उनके पिता बाहर घूम-घूम कर बर्तन बैचने का काम करते है। मगर अब वह भी घर बैठने को मजबूर हो गए है। घर की हालत बहुत बुरी थी। नसरीन अपनी डाइट भी नहीं ले पा रही है। उन्होंने हर उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन भारतीय खो-खो महासंघ (KKFI) ने उन्हें 1 लाख दे कर उनकी मदद की।
केकेएफआई अधिकारियों को जब नसरीन के बारे में पता चला तो उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि उन्हें मदद की जरुरत है। उन्होंने नसरीन के खाते में एक लाख रुपए डाल दिए। महासचिव एमएस त्यागी ने कहा, 'हम हमेशा खिलाड़ियों और योग्य प्रतिभाओं का समर्थन करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राष्ट्रीय खिलाड़ी को ऐसी अभूतपूर्व स्थिति में कठिन समय का सामना करना पड़ा।'
उन्होंने अरविन्द केजरीवाल से भी मदद की गुहार एक ट्वीट के जरिए लगाई थी। मगर उन्हें कोई मदद प्राप्त नहीं हुई। न जानें ऐसे कितने लोग होंगे जिन्हें इस लॉकडाउन में घर के अंदर भी कैसे-कैसे दिन देखने पड़ रहे होंगे।