नारी डेस्क: लोग घर को बहुत जतन से वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से बनाते हैं और पूजा करके गृह प्रवेश करते हैं ताकि सब कुछ शुभ हो। लेकिन क्या आपको पता है घर के बाहर लगी नेम प्लेट का भी असर हमारे जीवन पर पड़ता है। अगर आप भी नेम प्लेट लगवाने की सोच रहे हैं तो ये वास्तु के नियमों को जान लें वरना घर में नकारात्मकता आ सकती है...
घर में नेम प्लेट लगाने के नियम
नेम प्लेट लगाने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार सबसे अच्छी नेम प्लेट आयातकार ही मानी जाती है। नेम प्लेट लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि ये हमेशा साफ- सुथरी और सही आकार में हो। नेम प्लेट हमेशा 2 लाइनों में लिखी हुई हो। इसे मुख्य द्वार के दाएं तरफ लगाना चाहिए।
टूटी- फूटी हालात में न हो नेम प्ले
नेम प्लेट लगवाते समय ध्यान रखें कि यह कहीं से टूटी- फूटी ना हो। घर के मुख्य द्वार की दीवार या दरवाजे पर नेम प्लेट को लगा रहे हैं तो ये दरवाजे की आधी ऊंचाई के ऊपर हो। साथ ही नेम प्लेट में कहीं पर छेद भी नहीं होना चाहिए।
नेम प्लेट का रंग चुनते हैं रखें इस बात का ध्यान
नेम प्लेट का रंग घर की मुखिया की राशि के अनुसार ही होना चाहिए क्योंकि नेम प्लेट का रंग भी बहुत मायने रखता है। आप चाहें तो नेम प्लेट पर पानी और भगवान गणेश की आकृति बनवा सकते हैं या फिर स्वास्तिक बनवा सकते हैं।
ऐसे लिखवाएं नेम प्लेट पर नाम
नेम प्लेट पर नाम ऐसे लिखें कि बहुत ज्यादा भरी ना दिखें और ना ही बहुत ज्यादा खाली दिखे। नेम प्लेट पर शब्दों की बनावट साफ अक्षरों में अंकित हो। नेम प्लेट पर आपका पद भी स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए।
सकारात्मकता लगाएगी ये चीज
नेम प्लेट के ऊपर एक छोटा सा बल्ब लगा सकते हैं, इससे सकारात्मकता आएगी। अगर घर में लगी नेम प्लेट टूट गई है या फिर उसकी पॉलिश उतर गई है तो इसे तुरंत बदल दें। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि नेम प्लेट के पीछे मकड़ी, छिपकली या चिड़िया का वास न हो, और यह हमेशा साफ-सुथरी होनी चाहिए।