हिंदू धर्म के अनुसार साल में कुल 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं। इन सारी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण आश्विन महीने में पड़ने वाली इंदिरा एकादशी मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पितृ पक्ष के दौरान पड़ने वाली इस एकादशी का पूरे विधि-विधान के साथ व्रत करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बनाते हैं। इस बार यह एकादशी कब है और पूजा विधि क्या है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं...
इस दिन रखा जाएगा व्रत
पंचागों की मानें तो एकादशी तिथि 09 अक्टूबर को दोपहर 12:36 पर शुरु होगी और अगले दिन 10 अक्टूबर दोपहर 03:08 पर खत्म होगी। उदया तिथि के अनुसार, एकादशी का व्रत 10 अक्टूबर मंगलवार के दिन रखा जाएगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
इंदिरा एकादशी में पूजा का शुभ मुहूर्त 10 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10:41 से लेकर दोपहर के 12:08 तक रहेगा। इसके अलावा दूसरा मुहूर्त दोपहर 12:08 से लेकर 01:35 तक रहेगा। वहीं व्रत के पारण का समय 11 अक्टूबर 06:19 से लेकर सुबह 08:39 तक है। द्वादशी तिथि के समापन का समय शाम 05:37 पर होगा। माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत रखने से मनुष्य को यमलोक में होने वाली परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।
कैसे करें पूजा?
व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद घर के मंदिर में दीप जलाएं और भगवान विष्णु का गंगा जल के साथ अभिषेक करें। भगवान विष्णु को फूल और तुलसी दल चढ़ाएं। यदि इस दिन व्रत रख सकते हैं तो जरुर रखें। इसके बाद भगवान विष्णु की आरती करें। भगवान विष्णु के भोग में सात्विक चीजें शामिल करें। तुलसी भी विष्णु जी की पूजा में जरुर शामिल करें। माना जाता है कि बिना तुलसी के विष्णु जी भोग ग्रहण नहीं करते।