नारी डेस्क: हर साल हमारे देश में नेवी डे (Navy Day) 4 दिसंबर को मनाया जाता है यह दिन भारतीय नौसेना की वीरता, बलिदान, और उपलब्धियों को सम्मानित करने के लिए समर्पित है। आज हम आपको उन महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने भारतीय नौसेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और नई मिसाल कायम की। भारतीय नौसेना में महिलाओं की भागीदारी ने न केवल इतिहास रचा है बल्कि यह साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के बराबर योगदान दे सकती हैं।
शुभांगी स्वरूप
शुभांगी स्वरूप भारतीय नौसेना में पहली महिला पायलट बनीं। उन्हें पायलट के रूप में नौसेना में शामिल किया गया और लड़ाकू विमान उड़ाने का गौरव हासिल किया। यह कदम भारतीय नौसेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है।
लेफ्टिनेंट कमांडर कराबी गोगोई
कराबी गोगोई भारतीय नौसेना में पहली महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने नौसेना की रक्षा अताशे के रूप में सेवा दी। उन्हें मॉस्को, रूस में भारतीय दूतावास में तैनात किया गया था।
महिला नौसेनिक दल का अनोखा रिकॉर्ड
2017-18 में, भारतीय नौसेना के महिला दल ने INSV तारिणी के माध्यम से पूरी दुनिया की परिक्रमा की। इस दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी ने किया, जिसमें अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता, लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोड्डापति, लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप और लेफ्टिनेंट विजया देवी शामिल थीं।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का महत्व
भारतीय नौसेना ने हाल के वर्षों में महिलाओं को युद्धपोतों पर तैनात करना शुरू किया है। यह परिवर्तन लैंगिक समानता और महिलाओं की काबिलियत को मान्यता देने का प्रतीक है। आज, महिलाएं युद्धपोतों, पनडुब्बियों, और विमान संचालन में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं। नौसेना अकादमियों में महिलाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
नेवी डे का महत्व और इतिहास
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान, भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर सफलतापूर्वक हमला किया था। इसे ऑपरेशन ट्राइडेंट के नाम से जाना जाता है। इस अभियान में भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान की नौसेना को भारी क्षति पहुंचाई और अपनी रणनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया। इस ऐतिहासिक जीत को यादगार बनाने के लिए हर साल 4 दिसंबर को नेवी डे मनाया जाता है।
भारतीय नौसेना का योगदान
भारतीय नौसेना भारत के समुद्री क्षेत्र और तटीय इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। नौसेना प्राकृतिक आपदाओं जैसे सुनामी, बाढ़ आदि के दौरान राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारतीय नौसेना अत्याधुनिक पनडुब्बियों, युद्धपोतों और विमानों का उपयोग करती है। नौसेना विभिन्न देशों के साथ संयुक्त अभ्यास में भाग लेकर भारत की कूटनीतिक ताकत को बढ़ाती है।