मसाले हमारे खाने का स्वाद दोगुना बढ़ा देते हैं। मुमकिन है कि आपकी रसोई में भी बहुत से मसाले होंगे जिनका आप रोजाना इस्तेमाल करते होंगे। लेकिन क्या अपने कभी सोचा है की ये मसाले असली हैं भी या नहीं? दरअसल, दिल्ली के एनसीआर में तमाम घरों, रेस्टोरेंट, ढाबे वालों को कुछ मिलावटी मसाले सप्लाई हो रहे थे। ये मसाले करावल नगर की फैक्ट्रियों में तैयार किए जा रहे थे। आपको जानकारी के लिए बता दें की मसालों में सड़े हुए चावल का पाउडर, सड़े हुए नारियल, सड़े जामुन, यूकेलिप्टस के पत्ते, लकड़ी का बुरादा, चोकर और सूखी मिर्च के डंठल जैसी चीजों की मिलावट हो रही थी।
15 टन नकली मसाले और कच्चा माल बरामद
ऐसे में लेकिन अब क्राइम ब्रांच ने दो फैक्ट्री मालिकों और एक सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया है। सिर्फ यही नहीं बल्कि उन्होंने 15 टन नकली मसाले और कच्चा माल और सप्लाई करने वाला टेंपो भी बरामद कर लिया है। डीसीपी राकेश पवेरिया ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि 'टीम को मिलावटी और नकली मसाले बनाने वालों और सप्लायरों के बारे में सुराग लगाने के निर्देश दिए गए थे। '
फैक्ट्रियों पर रेड
'इनपुट मिला कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में कुछ मैन्युफैक्चरर/दुकानदार अलग-अलग ब्रैंड के नाम पर एनसीआर में मिलावटी मसाले सप्लाई कर रहे हैं। ऐसे में टीम ने करावल नगर इलाके में दो फैक्ट्रियों पर रेड की। यहां दिलीप सिंह उर्फ बंटी और खुर्शीद मलिक नाम के दो लोग थे। दिलीप रंग, अन्य चीजें मिलाकर हल्दी और अन्य मसाले तैयार कर रहा था। दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन इन्हें काबू कर लिया गया। इसके बाद टीम ने फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट को सूचित किया और उन्होंने मौके पर आकर निरीक्षण किया।'
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की दिलीप सिंह मध्य प्रदेश निवासी है और अपने परिवार के साथ करावल नगर में रहता है। वह 2004 में दिल्ली आया था। पहले जनरल स्टोर पर काम करने लगा। 2021 में मोटे मुनाफे के लालच में अपने दोस्त के साथ मसालों की एक यूनिट डाल ली। दूसरी यूनिट के मालिक सरफराज की बात करें तो वह मुस्तफाबाद का है। 2021 में इसने यूनिट लगाई थी। जबकि सप्लायर खुर्शीद मलिक लोनी का रहने वाला है। पहले कपड़े की खरीद-फरोख्त का काम करता था। फिलहाल सभी आरोपी अब क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में हैं।