7 नवंबर को नेशनल कैंसर अवेयरनेस डे के रुप में मनाया जाता है ताकि इस बीमारी के प्रति लोग सुचेत हो। हर साल देश में 1.1 मिलियन कैंसर केस सामने आते हैं। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पहली बार सितंबर 2014 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा घोषित किया गया था और इसे 7 नवंबर को नोबेल पुरस्कार विजेता मैरी क्यूरी की जयंती के अवसर पर मनाया जाने लगा,मैरी क्यूरी का जन्म 1867 में इसी तारीख को हुआ था और उन्होंने ही कैंसर के इलाज के लिए रेडियोथेरेपी का विकास किया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, कैंसर विश्व स्तर पर मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, साल 2020 में लगभग 10 मिलियन लोगों की इस बीमारी के चलते मृत्यु हुई है। फेफड़े, पेट, स्तन, कोलन कैंसर का सबसे आम कारण था, जिसके चलते कई मरीजों ने अपनी जान गंवाई है।कैंसर के चलते व्यक्ति अपनी जान गंवा देता है जिसके मुख्य दो कारण है पहला खराब लाइफस्टाइल और दूसरा समय पर इसके संकेतों को ना पकड़ पाना। संकेतों की बात करें तो आप इसे गौर कर बीमारी को शुरुआती तौर पर ही पकड़ में ले सकते हैं। ये संकेत कुछ इस तरह हो सकते हैं।
1. आपके पीरियड्स अनियमित हो गए हैं । ब्लीडिंग कम होती हैं या बहुत ज्यादा होती है। मेनोपोज के बाद भी ब्लीडिंग होना और पेल्विक पेन यानि पेट के निचले हिस्स में कमर में दर्द रहता है। ये सारे लक्षण सर्वाइकल , ओवेरी और यूटेराइन कैंसर के हो सकते हैं।
2. बाथरुम आदतों में बदलवा जैसे डायरिया और कब्ज हो जानी, काला या लाल खून मल के रास्ते आने, बाथरुम में खून आना आदि ये कोलन, प्रोस्टेट और ब्लैडर कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
3. ब्लोटिंग की समस्या भले ही सुनने में नॉर्मल सी लगती हैं लेकिन अगर ये दो हफ्ते से ज्यादा बनी रहे तो यह ओवेरियन और आंतों संबंधी कैंसर हो सकता है।
4. स्तनों में बदलाव, जैसे गांठें बनना, निप्पल के आस-पास सूजन या मुड़े होना, चिपचिपा डिस्चार्ज होना ये सब ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं जो महिला और पुरूष दोनों को हो सकते हैं।
5. पुराना कफ जो आपको करीब 2 सप्ताहों से ज्यादा है खासकर ड्राई कफ तो ये संकेत लंग कैंसर के हो सकते हैं।
6. पुराना सिरदर्द जो आपको लगातार 2 सप्ताहों से हो रहा तो ये ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो सकते हैं।
7. बहुत से लोगों को खाना निगलने में बड़ी परेशानी होती हैं ऐसी दिक्कत 2 हफ्तों से ज्यादा बनी रहे तो यह गले, फेफड़े और पेट के कैंसर की निशानी हो सकती है।
8. बेवजह शरीर पर नील पड़ने ब्लड कैंसर का संकेत हो सकते हैं इसलिए तुरंत गौर जरूर करें।
9. लगातार बुखार और इंफैक्शन बने रहना और इम्युन सिस्टम कमजोर हो जाना भी लिम्फोमा या ल्यूकेमिया का संकेत हो सकते हैं।
10. मुंह के अंदर लगातार घाव और दर्द बने रहना ओरल कैंसर के संकेत हो सकते हैं ऐसा ज्यादातर धूम्रपान और अधिक शराब पीने वाले व्यक्तियों को होता है।
11. त्वचा पर तिल होना या बर्थ मार्क पर अचानक से कोई बदलाव नजर आए तो तुंरत जांच करवाएं।
12. बॉडी में लगातार दर्द रहना। शरीर में कमजोरी रहना, नींद ना आना ये भी लिम्फोमा और ल्यूकेमिया के लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा वजन कम होना, भूख ना लगना भी।
13. पेट में दर्द और जी मचलाना अगर ऐसा 2 हफ्तों से ज्यादा हो रहा है तो ये लिवर, पेनक्रिएटिक और डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ा कैंसर भी हो सकता है।
14. शरीर के किसी हिस्से में गांठें और उसमें सूजन होना। अगर ऐसा हो तो एक बार चिकित्सक सलाह जरूर लें।