सेहतमंद रहने के लिए लोग ब्लैक टी पीना पसंद करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी काफी कम होता है। इतना ही नहीं, ब्लैक टी का सेवन शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देता, जो डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
शुगर लेवल का बढ़ना या कम होना, दोनों ही सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। शुगर बढ़ने से ना सिर्फ शरीर के ऑर्गन्स डैमेज हो सकते हैं बल्कि यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। ऐसे में शुगर लेवल कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। चलिए आपको बताते हैं कि शुगर कंट्रोल करने के लिए आप कब और कैसे पी सकते हैं ब्लैक टी।
क्यों फायदेमंद है ब्लैक टी?
चाय इंसुलिन सेसिविटी में सुधार करने, रक्तचाप कंट्रोल, रक्त के थक्कों को रोकने और दिल के रोगों से बचाने में मदद करती है। इतना ही नहीं, ब्लैक टी का सेवन टाइप-2 डायिबिटीज के साथ कैंसर के खतरे को भी कम करता है। साथ ही इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स में एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण पाए जाते हैं जो सूजन और कार्सिनोजन से बचाने में मदद कर सकते हैं।
कब और कैसे पीएं ब्लैक टी?
शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो सुबह उठते ही इसका सेवन करें। आप चाहें तो शाम को 1 कप ब्लैक टी पी सकते हैं। ब्लैक टी में कैफीन काफी कम मात्रा में पाए जाते हैं इसलिए इसे पीने से तुरंत एनर्जी मिलती हैं। कोशिश करें कि इसमें शक्कर न मिलाएं या कम मिलाएं। इसकी बजाए आप इसमें दालचीनी, थोड़ा-सा गुड़ या सौंफ मिलाकर पी सकते हैं।
डायबिटीज को कंट्रोल करने केसाथ-साथ ब्लैक टी पीने से और भी कई फायदे मिलते हैं जैसे...
-काली चाय पीने से 70 फीसदी से अधिक कैलोरी बर्न होती है, जिससे वेट कम करने में मदद मिलती है।
-ब्लैक टी में नींबू मिलाकर पीने से सिरदर्द की समस्या दूर होता है।
-काली चाय खून को गाढ़ा नहीं होने देती, जिससे नसों में रक्त का थक्का नहीं जमता।
-दिन में 3 बार ब्लैक टी पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है।
-कैंसर सेल्स की ग्रोथ को कम करने में भी ब्लैक टी फायदेमंद होती है।
-इसमें मौजूद फ्लोराइड हड्डियों और मुंह के रोगों को दूर करने में भी मददगार है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने के अन्य टिप्स
डायबिटीज के मरीज है तो ब्लैक टी पीने के साथ-साथ लाइफस्टाइल में भी कुछ बदलाव करें, ताकि ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहें और आप कई समस्याओं से बचे रहें।
-रोजाना कम से कम 30 मिनट की सैर करें और डिनर के बाद 15 मिनट जरूर टहलें।
-वजन को कंट्रोल में रखे क्योंकि इससे शुगर लेवल बढ़ जाता है।
-डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करें, जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम और फाइबर ज्यादा हो।
-ज्यादा स्ट्रेस ना लें क्योंकि यह कई बीमारियों की जड़ है। इसके लिए आप मेडिकेशन कर सकते हैं।
-नियमित रूप से ब्लड शुगर लेवल की जांच करते रहें।